चंडीगढ़: पुलिस सिपाही के नाम पर 2 लाख रुपए रिश्वत लेते दुकानदार को विजीलेंस टीम ने किया गिरफ्तार

महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति को गिरफ़्तार करने के कारण संबंधी पूछे जाने पर सिपाही मोहित ने उसको उक्त दुकानदार अमन, जोकि उसके पति का दोस्त भी है को मिलने के लिए कहा, ताकि उसके पति को बिना किसी आपराधिक मुकद्दमा दर्ज किए रिहा कराया जा सके.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

चंडीगढ़: भृष्टाचार के खिलाफ शुरु की गई मुहिम के दौरान पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने गुरदासपुर में गांधी चौक(बटाला) में जिम सप्लीमेंट की दुकान चलाने वाले अमन नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का कहना है कि वह पुलिस सिपाही के कहने पर 2 लाख रुपए का रिश्वत ले रहा था. वहीं, पुलिस ने आरोपी को 2 लाख रुपए का रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला ने ब्यूरो से सम्पर्क करके आरोप लगाया कि एस.टी.एफ. बटाला की पुलिस टीम ने सोमवार को उक्त जिम में छापा मारा और उसके पति को जिम से गिरफ़्तार कर लिया. शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि एस.टी.एफ. की टीम ने उनके घर की भी बारीकी से तलाशी ली. लेकिन कोई भी नशीला पदार्थ बरामद नहीं हुआ.

महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति को गिरफ़्तार करने के कारण संबंधी पूछे जाने पर सिपाही मोहित ने उसको उक्त दुकानदार अमन, जोकि उसके पति का दोस्त भी है को मिलने के लिए कहा, ताकि उसके पति को बिना किसी आपराधिक मुकद्दमा दर्ज किए रिहा कराया जा सके. शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त दुकानदार अमन ने उसको 10 लाख रुपए रिश्वत का प्रबंध करने और रिश्वत की पहली किश्त के तौर पर 2 लाख रुपए पुलिस के सिपाही ने मोहित को देने के लिए कहा.

प्रवक्ता ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद विजीलेंस ब्यूरो ने जाल बिछाकर दोषी दुकानदार अमन को दो सरकारी अधिकारियों की हाजिरी में शिकायतकर्ता से 2 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि अपराधी सिपाही की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों द्वारा छापेमारी जारी है. इस संबंधी विजीलेंस ब्यूरो के थाना अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया गया है और इस मामले की अगे की जांच जारी है.

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