- चीन के बीजिंग में पहले विश्व ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स में 16 देशों की 280 टीमों हिस्सा ले रहीं है.
- प्रतियोगिता में रोबोट फुटबॉल, मुक्केबाजी, दवा छांटना और सफाई जैसी 26 विभिन्न स्पर्धाएं आयोजित की गई हैं.
- इस आयोजन का उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में हुई प्रगति को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करना है.
पहले विश्व ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स में 16 देशों की 280 टीमों में 500 से अधिक ह्यूमनॉइड रोबोट फुटबॉल और मुक्केबाजी से लेकर दवा छांटने और सफाई तक की 26 स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. चीन के बीजिंग में गुरुवार शाम को तीन दिवसीय प्रतियोगिताएं शुरू हुईं. विश्व ह्यूमनॉइड रोबोट गेम्स के जरिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स में प्रगति को उजागर करना चाहते हैं.
रोबोट फुटबॉल, ट्रैक और फील्ड और टेबल टेनिस जैसे खेलों में हिस्सा लेंगे. साथ ही दवाओं को छांटने और सामानों को संभालने से लेकर सफाई सेवाओं की चुनौतियों से निपटेंगे. इसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी और ब्राज़ील सहित कई देशों की टीमें आई है. जिनमें 192 विश्वविद्यालयों का प्रतिनिधित्व करते हैं और 88 निजी उद्यमों से हैं. यूनिट्री और फूरियर जैसी चीनी कंपनियों के रोबोट भी प्रतिस्पर्धा करने वालों में से हैं.
बीजिंग नगरपालिका सरकार इस टूर्नामेंट के आयोजकों में से एक है, जो उभरते रोबोटिक्स उद्योग पर चीनी अधिकारियों के जोर को रेखांकित करती है और एआई और ऑटोमेशन में देश की व्यापक महत्वाकांक्षाओं को दर्शाती है.
चीन का रोबोटिक्स पर ज़ोर तब भी आया है जब देश बढ़ती आबादी और धीमी आर्थिक वृद्धि से जूझ रहा है. इस क्षेत्र को पिछले सालों में $20 बिलियन से अधिक की सरकारी सब्सिडी प्राप्त हुई है, जबकि बीजिंग ने AI और रोबोटिक्स स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए एक ट्रिलियन युआन ($137 बिलियन) का फंड स्थापित करने की योजना बनाई है.
फ़ुटबॉल मैचों के दौरान रोबोट एक-दूसरे से टकराते और बार-बार गिरते दिखे, जबकि स्प्रिंट के दौरान भी रोबोट गिरे. सबसे तेज़ रोबोटों में से एक ने 6:29:37 में 1,500 मीटर की दौड़ पूरी की - जो 3:26:00 के वर्तमान मानव रिकॉर्ड से काफी कम है. 2022 शीतकालीन ओलंपिक के लिए बनाए गए बीजिंग के नेशनल स्पीड स्केटिंग ओवल में ह्यूमनॉइड गेम्स के टिकट 180 युआन (लगभग €22, $25) से 580 युआन (लगभग €69, $80) तक हैं.
यह भी पढ़ें: Asia Cup: जब 90 हजार फैंस के सामने कपिल देव ने ली हैट्रिक, लेकिन नहीं गया किसा का ध्यान फिर...