World Chess Championship: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने विश्व शतरंज चैम्पियनशिप में गत चैम्पियन चीन के डिंग लिरेन को 'टाइम कंट्रोल' में मात देकर बुधवार को तीसरे दौर में पहली जीत दर्ज करके अंक बराबर कर लिए. काले मोहरों से खेलते हुए पहला मुकाबला हारने के बाद दूसरा मुकाबला गुकेश ने ड्रॉ खेला था. दोनों खिलाड़ियों के अब डेढ अंक हैं. भारत के 18 वर्ष के गुकेश ने 37 चालों में जीत दर्ज की. लिरेन को मुकाबले के पहले चरण में काफी समय बर्बाद करने का खामियाजा भुगतना पड़ा.
सफेद मोहरों से खेलते हुए जीत दर्ज करने के बाद गुकेश ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा,"बहुत अच्छा लग रहा है. पिछले दो दिन मैं अपने खेल से खुश था. आज मैने और अच्छा खेला. बोर्ड पर अच्छा लग रहा था और मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने में कामयाब रहा." तेरहवीं चाल तक गुकेश के पास एक घंटे की बढत थी और उन्होंने सिर्फ चार मिनट खर्च किये थे. लिरेन ने दूसरी तरफ एक घंटा और छह मिनट लगा दिये थे.
खेल के पहले 120 मिनट में से 40 चालों तक समय में कोई इजाफा नहीं किया जाता. बीच में मुकाबला जटिल होने से लिरेन पर असर पड़ा और गुकेश ने परफेक्ट चालों से उन पर दबाव बढा दिया. गुकेश ने वही रणनीति अपनाई जो पूर्व विश्व चैम्पियन रूस के ब्लादीमिर क्रामनिक ने एक रैपिड मुकाबले में भारत के अर्जुन एरिगेसी के खिलाफ अपनाई थी. एरिगेसी ने हार से बाल बाल बचते हुए वह मुकाबला ड्रॉ कराया था जबकि गुकेश ने लिरेन की सहज गलतियों का फायदा उठाकर जीत दर्ज की.
लिरेन के पास आखिरी नौ चाल के लिये सिर्फ दो मिनट और आखिरी छह चाल के लिये सिर्फ दस सेकंड बचे थे. आखिर में उनके पास समय ही बाकी नहीं रह गया. गुकेश की नजरें विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाला पहला भारतीय खिलाड़ी बनने पर है. आनंद ने पांच बार विश्व चैम्पियनशिप जीती और वह गुकेश के मार्गदर्शक रहे हैं.
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