Tokyo Olympics: इस बार का आलंपिक कोरोना वायरस (COVID-19) के साए में खेला जाएगा. जिसके कारण ओलंपिक के लिए कई नियम बनाए गए हैं. वायरस के खतरे को देखते हुए खिलाड़ियों के लिए भी कई नियम बनाए गए हैं. इस बार का आलंपिक पिछले सभी ओलंपिक (Olympics) से अलग होने वाला हैं. ओलंपिक 23 जुलाई से शुरू होगा और 8 अगस्त तक आयोजित होंगे. बता दें कि हाल के समय में जापान में कोरोना के मामले बढ़े हैं. इसी को देखते हुए ओलंपिक के आयोजनकर्ता ने कई नियम निर्धारित किए हैं. जानते हैं इस बार का ओलंपिक पिछले ओलंपिक से क्यों होगा खास.
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ओपनिंग समारोह और समापन समारोह पर रोक
कोरोना (COVID-19) के खतरे को देखते हुए इस बार ओलंपिक के आगाज से पहले ओपनिंग समारोह में वो बात देखने को नहीं मिलेगी जिसके लिए ओलंपिक जाना जाता था. बता दें कि रियो, लंदन और बीजिंग ओलंपिक के उद्घाटन समारोह का नजारा पूरी दुनिया ने देखी थी. शानदार कोरियोग्राफी ने दुनिया को चकाचौंध कर दिया, जिसमें हजारों कलाकारों ने भरे स्टेडियमों में भाग लिया था. इस बार के ओलंपिक समारोह कम लोग शिरकत करेंगे. अधिकारियों ने जनवरी में कहा था, समारोह में 11,000 प्रतियोगियों में से सिर्फ 6,000 ही शामिल होंगे.
खुद ही पहनना होगा मेडल
ओलंपिक में इस बार एथलीटों को खुद से ही मेडल पहनना होगा. इसके अलावा एथलीट अपने मेडल को चुंबन भी नहीं कर सकेंगे. दरअसल मंच पर खिलाड़ियों को मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा. ओलंपिक में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये काफी सतर्कता बरती जाएगी.
दर्शकों के बिना होगा ओलंपिक का आयोजन
जापान की सरकार ने कोविड-19 के मामलों को नियंत्रित रखने के लिए यह फैसला किया है. कोविड-19 महामारी (COVID-19) के कारण स्थगित हुए टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में स्थानीय दर्शकों को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
एथलीट के लिए कड़े नियम
ओलंपिक में शामिल खिलाड़ियों के लिए भी कड़े नियम बनाए गए हैं. खिलाड़ियों को हर दिन कोरोना के टेस्ट देने होंगे. खिलाड़ियों के हाथ मिलाने पर भी बैन लगाया गया है.
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नियम तोड़ने पर भेज दिया जाएगा अपने देश
टोक्यो 2020 में, एथलीट, मीडिया और अन्य अधिकारी जो वायरस के नियमों को तोड़ते हैं, उन्हें खेलों से बाहर कर दिया जाएगा या फिर जापान से निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है.