Tokyo Olympics: दीपक पूनिया (Deepak Punia) 86 किलो कैटेगरी में शानदार आगाज करते हुए सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं. सेमीफाइल में अब उनका मुकाबला अमेरिका के डेविड मॉरिस टेलर से होगा. बता दें कि सेमीफाइल में पूनिया ने अपने स्तर पर कमाल की कुश्ती लड़ी जिसने हर किसी को चौंका दिया. क्वार्टर फाइनल में दीपक के सामने चीन के जुशेन लिन थे जिसके खिलाफ पूनिया को 6-3 से जीत मिली. क्वार्टर फाइनल के दौरान दीपक ने आखिरी के मिनट में जिस तरह से विरोधी पहलवान को छकाया वो कमाल का रहा. पूनिया ने आखिरी मिनट में विरोधी पहलवान पर उलटा पछाड़ पैंतरा चलकर चारों खाने चित कर दिया. सोशल मी़डिया पर दीपक के इस मूव्स की भरपूर तारीफ हो रही है. इस पैंतरे ने चीन के पहलवान को पूरी तरह से मुकाबले से बाहर कर दिया. इस आखिरी समय में दीपक के इस चाल ने उन्हें सेमीफाइऩल तक पहुंचा दिया और अब दीपक भारत के लिए मेडल की उम्मीद जगाने में सफल हो गए हैं.
मां के निधन के बाद भी नहीं टूटा हौसला
22 साल के हरियाणा के पहलवान दीपक का टोक्यो तक पहुंचने का सफर भी काफी मुश्किल भरा रहा है. पिछले साल दीपक की मां का निधन हो गया लेकिन इस मुश्किल घड़ी में भी उन्होंने हिम्मत नहीं खोई और टोक्यो के लिए अपनी मेहनत जारी रखा. साल 2019 में दीपक ने में वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपनी कुश्ती का जलवा दिखाया था और सिल्वर मेडल जीतने में सफल रहे थे. टोक्यो ओलंपिक की तैयारी को देखते हुए उन्होंने घी खाना छोड़ दिया है.
दीपक शाकाहारी है और अपनी फिटनेस के लिए हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करते हैं. दीपक पूनिया एशियन चैंपियनशिप, वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप और एशियन जूनियर चैंपियनशिप में भी मेडल जीत चुके हैं.
योगेश्वर दत्त, सुशील कुमार जैसे पहलवानों से लेते रहे हैं मदद
दीपक पूनिया ने अपनी ट्रेनिंग छत्रसाल स्टेडियम में की है. वो हमेशा से बड़े पहलवानों के साथ रहे और उनसे सीखते रहे हैं, खासकर योगेश्वर दत्त से पूनिया हमेशा मदद लेते रहते है. इतना ही नहीं पहलवान सुशील के कहने पर ही दीपक ने अपना करियर पहलवानी में चुना था.