टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को गोल्ड मेडल मिल गया है. भारतीय निशानेबाज अवनि लखेड़ा (Avani Lekhara) ने भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता है, उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता. लेखाड़ा ने फाइनल में 249.6 अंक हासिल किए. उन्होंने वर्ल्ड रेकॉर्ड की बराबरी की. अबतक भारत ने पैरालिंपिक में 4 मेडल अपने नाम करने में सफलता हासिल कर ली है. भारत की अवनि लखेड़ा ने फाइनल में 7वें स्थान के साथ क्वॉलिफाइ किया था और कुल 621.7 अंक हासिल किए थे. अवनि ने फाइनल में अपने खेल में बदलाव किया और गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है.
भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर अवनि को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अभूतपूर्व प्रदर्शन @AvaniLekhara! आपके मेहनती स्वभाव और शूटिंग के प्रति जुनून के कारण संभव हुआ, कड़ी मेहनत और अच्छी तरह से योग्य स्वर्ण जीतने के लिए बधाई. यह वास्तव में भारतीय खेलों के लिए एक विशेष क्षण है. आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं.'
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अवनि पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं. यह भारत का इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में भी पहला पदक है.टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है. पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली वह तीसरी भारतीय महिला हैं.
रविवार को महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल और ऊंची कूद के एथलीट निषाद कुमार ने रजत पदक जीते लेकिन विनोद कुमार का चक्का फेंक की एफ52 स्पर्धा में कांस्य पदक उनके क्लासीफिकेशन को लेकर विरोध दर्ज होने के कारण रोक दिया गया.
भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक रियो पैरालंपिक 2016 में गोला फेंक में रजत पदक जीतकर इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी. अवनि से से पहले भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर (पुरुष तैराकी, 1972), देवेंद्र झाझरिया (पुरुष भाला फेंक, 2004 और 2016) तथा मरियप्पन थंगावेलु (पुरुष्ज्ञ ऊंची कूद, 2016) ने स्वर्ण पदक जीते थे.