Tokyo Olympics में आजका दिन भारतीय हॉकी (Indian men's hockey) के लिए अच्छा रहा. भारतीय हॉ़की टीम ने शानदार खेल दिखाकर अपने तीसरे मैच में स्पेन को 3-0 से हरा दिया. भारत की ओर से रूपिंदर पाल सिंह (15वें और 51वें मिनट) ने दो जबकि सिमरनजीत सिंह (14वें मिनट) ने एक गोल दागा. भारत ने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर विजयी शुरुआत की थी लेकिन आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में उसे 1-7 की करारी हार का सामना करना पड़ा था. भारत की ओर से रूपिंदर ने स्पेन के खिलाफ दो गोल दागकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई. अबतक अपने 3 मैच में 2 मैच जीतकर भारत ने मेडल की आस जगा दी है. 1980 के बाद से भारत ओलंपिक में एक बार भी मेडल नहीं जीत पाया है. ऐसे में इस बार भारतीय हॉकी टीम से सभी को मेडल की उम्मीद है.
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स्पेन पर शानदार जीत के साथ ही भारतीय हॉकी टीम के अब पूल ए में 6 अंक हो गए हैं. अबतक भारत ने 3 मैचों में 2 जीत दर्ज की है. शानदार प्रदर्शन कर भारत पूल ए में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है. टॉप 4 टीमें क्वार्टर फाइनल में जाएगी. ऐसे में भारतीय टीम की यह जीत टॉप 4 में पहुंचने के लिए काफी अहम है.
गोलकीपर पीआर श्रीजेश का जवाब नहीं
मैच में भारतीय टीम को 4 पेनल्टी कॉर्नर मिले जिसमें टीम केवल एक कॉर्नर को गोल में तब्दील करने में सफल रहीं. इसके अलावा स्पेन की टीम 7 कॉर्नर मिले लेकिन भारतीय टीम के गोलकीपर श्रीजेश ने कमाल का परफॉर्मेंस किया और सभी गोल को बचाकर भारत के लिए जीत निश्चित कर दी.
हॉकी से हैं उम्मीदें
भारतीय ओलंपिक के इतिहास में हॉकी से भारत को कई मेडल मिले हैं. अबतक 11 मेडल हॉकी में आए हैं जिसमें 8 गोल्ड मेडल हैं. मास्को 1980 के बाद से भारतीय टीम हॉकी में कोई मेडल नहीं जीत पाई है. भारतीय का यह इंतजार हर ओलंपिक दर ओलंपिक बढ़ता गया है. इस बार भारतीय हॉकी टीम से फिर से सभी को उम्मीद है कि टीम मेडल जीतेगी.