India hockey Paris Olympics 2024: भारत ने ग्रेट-ब्रिटेन (India vs Great Britain Hockey) को पेरिस ओलंपिक की हॉकी प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में रविवार को शूटआउट में 4-2 से हरा कर सेमीफाइनल में जगह बना ली है. निर्धारित 60 मिनट तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रहीं. इसके बाद शूटआउट के जरिए विजेता का फैसला हुआ। पीआर श्रीजेश एक बार फिर अपनी स्मार्ट गोलकीपिंग से टीम की जीत के हीरो रहे. इस जीत ने भारत को लगातार दूसरे ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया है. बता दें कि इस मैच के दौरैान काफी विवाद भी देखने को मिला. दरअसल, भारत को शूटआउट में जीत मिली लेकिन इस शूट आउट के दौरान एक ऐसा नजरा भी देखने को मिला, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया.
हुआ ये कि शूटआउट के शुरुआत होने से पहले ग्रेट ब्रिटेन के गोलकीपर को अपने साथ आईपैड रखने की अनुमति दी गई थी जिसे देखकर भारतीय हॉकी खिलाड़ी हैरान रह गए और उन्होंने रेफरी के सामने इसका विराध किया. भारतीय खिलाड़ियों के विरोध करने के बाद रेफरी ने ब्रिटेन के गोलकीपर से डिवाइस जब्त कर ली. जिसके बाद भारत ने दूसरा पेनल्टी शॉट मारा.
बता दें कि हॉकी इंडिया के रेफरी को लेकर सवाल खड़े किए हैं. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने इस घटना पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि "यह एक ऐसा व्यवधान है जिससे बचा जाना चाहिए." टिर्की ने कहा, "नियमों के अनुसार, जिस तरफ शूटआउट हो रहा है, वहां नोटपैड नहीं रखे जाने चाहिए. इससे व्यवधान पैदा हो सकता है. इस तरह के उच्च स्तरीय मैचों में अधिक सावधानी से अंपायरिंग की आवश्यकता होती है."
इस घटना को लेकर पूर्व ओलंपिक पदक विजेता गगन नारंग ने भी रिएक्ट किया और सोशल मीडिया पर लिखा, "खिलाड़ियों से कुछ भी छीने बिना, शूटआउट के दौरान सपोर्ट स्टाफ के सदस्य शिवेंद्र सिंह के विरोधी टीम पर जो नजर रखी थी उसने आईपैड को खेल के मैदान से हटाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई, बैकरूम स्टाफ द्वारा किए गए ऐसे प्रयास असीम प्रशंसा के पात्र हैं."
हॉकी इंडिया ने रेफरी के बारे में चिंता जताई (Hockey India)
हॉकी इंडिया ने भी रविवार को एक बयान जारी किया, जिसमें ओलंपिक में अंपायरिंग और निर्णय लेने के क्षमता के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की. हॉकी इंडिया ने डिफेंडर अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाए जाने के मामले में वीडियो रिव्यू के असंगत उपयोग के साथ-साथ ओली पेन द्वारा आईपैड के उपयोग के बारे में भी चिंता जताई है.
हॉकी इंडिया ने वीडियो अंपायर रिव्यू के अनुप्रयोग पर बयान दिया और विशेष रूप से अमित रोहिदास के खिलाफ लाल कार्ड के फैसले की निंदा की और इस फैसले पर सवाल खड़े किए. कई लोगों ने महसूस किया कि रोहिदास ने जो हरकत जानबूझकर नहीं की गई थी.