NDTV Exclusive: एशियन गेम्स में योग को शामिल करने की कोशिशें, ओलिंपिक काउंसिल की बैठक में आएगा मुद्दा, पीटी उषा ने OCA को लिखा खत

भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया के अध्यक्ष राजा रंधीर सिंह को एशियन गेम्स में योग को शामिल करने को लेकर एक खत लिखा है. एनडीटीवी के पास वो एक्सक्लूसिव ख़त है.

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NDTV Exclusive: एशियन गेम्स में योग को शामिल करने की कोशिशें

हल साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एशियन गेम्स में दिखाई दे सकता है. योग को एशियाड में शामिल करने की कोशिशें तेज़ हो गई है. भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया के अध्यक्ष राजा रंधीर सिंह को इसको लेकर एक खत लिखा है. एनडीटीवी के पास वो एक्सक्लूसिव ख़त है. पीटी उषा ने अपने खत में लिखा है कि एशियाई खेलों में योग को शामिल करने से न केवल इसकी उत्पत्ति का सम्मान होगा बल्कि एशिया की विविध आबादी के बीच भी इसके अभ्यास को बढ़ावा देगा.

भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से इसको लेकर एक प्रेस रिलीज भी जारी की गई है. प्रेस रिलीज के अनुसार, पीटी उषा ने एशियाई खेलों में योग को शामिल करने की पुरजोर वकालत की है. एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष को लिखे पत्र में, उन्होंने एशियाई खेल समुदाय से प्राचीन भारतीय पद्धति को शामिल करने का आग्रह किया, जो अनुशासन जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है.

प्रेस रिलीज के अनुसार, डॉ उषा ने कहा कि दुनिया ने योग को अपनाया है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है. उन्होंने आगे कहा,"दुनिया ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मानाय है, और इसकी सार्वभौमिक अपील पर प्रतिक्रिया जबरदस्त रही है. देश भर के लोगों ने योग को गले लगाया है और इसका फायदा उठाया है."

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पीटी उषा ने आगे कहा कि खेल के सबसे बड़े समारोहों में योग को शामिल करने के प्रयासों का नेतृत्व करना भारत के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि योग के आध्यात्मिक घर और विश्वगुरु के रूप में, भारत एशियाई खेलों और अंततः ओलंपिक खेलों में भी इस खेल को शामिल करने के लिए अभियान चला सकता है."

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वहीं ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया के अध्यक्ष राजा रंधीर सिंह को लिखे पत्र में पीटी उषा ने लिखा,"एशियाई खेलों में योग को शामिल करने से न केवल इसकी उत्पत्ति का सम्मान होगा बल्कि एशिया की विविध आबादी के बीच इसके अभ्यास को भी बढ़ावा मिलेगा. शारीरिक मुद्राओं (आसन), सांस लेने की तकनीक (प्राणायाम) और ध्यान संबंधी प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित करने वाली श्रेणियों वाली योग प्रतियोगिताएं मानव स्वास्थ्य और प्रदर्शन पर योग के गहरे प्रभाव को प्रदर्शित कर सकती हैं. यह समावेशन विभिन्न देशों के एथलीटों और उत्साही लोगों को योग से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे इस प्राचीन अनुशासन की गहरी समझ और सराहना को बढ़ावा मिलेगा."

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पीटी उषा ने अपने खत में आगे लिखा,"इसके अलावा, एशियाई खेलों में योग को शामिल करना एशियाई ओलंपिक परिषद के खेल और शारीरिक गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला को बढ़ावा देने के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो स्वस्थ और संतुलित व्यक्तियों के विकास में योगदान देता है. यह सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं से परे एक प्रथा को बढ़ावा देने के साथ-साथ एशिया की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है."

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पीटी उषा ने एशियाड में योग को शामिल करने को लेकर अपने खत में भविष्य के एशियाई खेलों में योग को शामिल करने की व्यवहार्यता का पता लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि भारतीय ओलंपिक संघ खेलों में योग के सफल एकीकरण को सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञता और संसाधनों की पेशकश करते हुए इस प्रयास में अपना पूरा समर्थन देने के लिए तैयार है.

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