Aman Sehrawat Won Bronze Medal, Paris Olympics 2024: अमन ने पेरिस ओलिंपिक में भारत कुश्ती में पहला मेडल दिलाया है. ब्रॉन्ज मेडल मैच में अमन ने प्यूर्टो रिको के डरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराकर मुकाबला जीतने में सफल रहे. भारत के लिए ब्रॉन्ज जीतने के बाद अमन ने NDTV से बात की. NDTV को दिए इंटरव्यू में अमन ने बताया कि यह उनके लाइफ का बेस्ट समय है. बता दें कि अमन को सेमीफाइनल में जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची से एकतरफा मुकाबला में 10-0 से हार गए थे. जिसके बाद अमन को ब्रॉन्ज मेडल खेलने का मौका मिला. अमन ने शुरू से ही आक्रमक अंदाज में विरोधी पहलवान पर प्रहार करना शुरू किया और आखिर में 13-5 से जीतने में सफल रहे. साल 2008 से ओलंपिक में लगातार मेडल मिल रहा है. इस सिलसिले को अमन ने बरकरार रखा
NDTV को दिए इंटरव्यू मे अमन ने कई बातों का जिक्र भी किया है. अमन ने अपने संघर्ष को लेकर भी कहा कि, मैं इस बारे में ज्यादा बात नहीं करता हूं लेकिन जिस दिन ओलंपिक में गोल्ड आएगा उस दिए फिर देखिए क्या होता है. अमन ने इंटरव्यू में बताया कि उनका सपना ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का है.
अमन ने कहा कि, सुशील कुमार कुश्ती में भारत को गोल्ड लाना चाहते थे लेकिन अब उनका वह सपना मैं पूरा करने की भरसक कोशिश करूंगा. बता दें कि अमन का संघर्ष काफी बड़ा रहा है. अमन ने अपने माता-पिता को बचपन में ही खो दिया था, उनकी देखभाल उनके दादा मांगेराम सेहरावत ने की. अमन ने अपने माता-पिता को भी याद किया औऱ कहा कि मेडल मिलने के समय मैंने अपने माता-पिता को याद किया. वो भी आज जहां भी होंगे काफी खुश होंगे. अमन ने आगे कहा कि, पिता जी होते तो कहते, "लड़के ने कर दिखाया.
वजन बढ़ गया था, टेंशन हो गई थी
भारत के ब्रॉन्ज मेडल दिलाने वाले अमन ने वजन प्रकिया को लेकर भी बात की और कहा कि, मेरा भी वजन बढ़ा हुआ था. मेरा वजन 4 किलो बढ़ा हुआ था. मैंने इसे घटाने की कोशिश की , रात भर मैंने वजन कम करने के लिए प्रैक्टिस की. सुबह तक मैंने खूब पसीना बहाया . मैने ठान लिया था कि किसी भी हाल में मुझे अपना वजन घटाना है. अमन ने बताया कि जिम में जाकर मैंने खूब प्रैक्टिस की.
वजन कम करने के तरीकों को लेकर अमन ने बात की
अमन के कोच ने इस बारे में बात की औऱ कहा कि, सेमीफाइनल की बाउट जैसे ही खत्म हुई तो वजन चेक किया गया तो इसका साढे 61 किलो वजन था. जब यह बात सामने आई तो हमने इसके ट्रेनिंग कराई, एक से दो घंटे तक जिम में इसने खूब पसीना बहाया. इसके बाद हमने इसका वजन फिर से चेक किया तो 60 kg था. जब 60 किलो इसका वजन था तो मैंने इसे कहा कि, सुबह 3-4 बजे से फिर ट्रेनिंग किया जाएगा, आप आराम कर लो. इसपर इसने कहा कि नहीं, रात में ही मुझे वजन कम करना है. फिर हमारे मन में विनेश की घटना सामने थे. इसलिए हमने कोई रिस्क लेना उचित नहीं समझा, हमने रात में वजन कम करने को लेकर प्रैक्टिस की.
रेनकोट पहन कर पूरी रात की प्रैक्टिस
अमन ने कहा कि, "रात में 12:30 से मैंने प्रैक्टिस की, पहले दो घंटे खूब प्रैक्टिस की ,जिसके बाद वजन मापा गया तो भी 10 ग्राम ज्यादा था. इसके बाद फिर से मैंने ट्रेनिंग शुरू की. अमन ने कहा कि, जिम में रनिंग किया, पुशअप करता था. साइकलिंग की, जिसके बाद फिर जाकर मेरा वजन कम हुआ. अमन ने कहा कि, "रेनकोट पहन कर ट्रेनिंग की जिससे पसीना ज्यादा निकले और वजन कम करने में मदद मिले".
अमन की उपलब्धियां (Aman's achievements)
- पेरिस ओलंपिक - ब्रॉन्ज मेडल
- 19वें एशियाई खेल (2023) - ब्रॉन्ज मेडल
- 2023 सीनियर एशियाई चैंपियनशिप - गोल्ड मेडल
- 2022 U23 विश्व चैंपियनशिप - गोल्ड मेडल
- 2022 U23 एशियाई चैंपियनशिप - गोल्ड मेडल
- 2022 U20 एशियाई चैंपियनशिप - ब्रॉन्ज मेडल
- 2024 रैंकिंग सीरीज, ज़ाग्रेब ओपन - गोल्ड मेडल
- 2024 रैंकिंग सीरीज, पोलाक इमरे और वरगो जानोस मेमोरियल - सिल्वर मेडल
- 2023 रैंकिंग सीरीज, ज़ाग्रेब ओपन - ब्रॉन्ज मेडल
- 2022 रैंकिंग सीरीज, ज़ौहैर शघेयर - सिल्वर मेडल
- 2022 रैंकिंग सीरीज, यासर डोगू - ब्रॉन्ज मेडल
- 2022 रैंकिंग सीरीज, डैन कोलोव और निकोला पेट्रोव - सिल्वर मेडल