मेस्सी मामले में डीजीपी समेत 3 बड़े अधिकारियों ने कारण बताओ नोटिस का दिया जवाब

साल्ट लेक स्टेडियम में लियोनल मेसी के इवेंट के दौरान हुए कुप्रबंधन को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख समेत दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों और एक बड़े सरकारी अधिकारी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल सरकार के कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया.

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Lionel Messi
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  • मेसी के इवेंट के दौरान कुप्रबंधन को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया
  • इवेंट में तालमेल की कमी और प्रशासनिक नाकामी के कारण कई IPS और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई
  • बिधाननगर के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस अनीश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई
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कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी के इवेंट के दौरान हुए कुप्रबंधन को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख समेत दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों और एक बड़े सरकारी अधिकारी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल सरकार के कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया. राज्य के पुलिस डायरेक्टर जनरल राजीव कुमार, बिधाननगर के पुलिस कमिश्नर मुकेश कुमार और खेल मंत्रालय के मुख्य सचिव राजेश कुमार सिन्हा ने 24 घंटे की डेडलाइन के अंदर अपने जवाब दिए. सेवानिवृत्त जज असीम कुमार रॉय की अध्यक्षता वाली जांच कमेटी ने शहर में 13 दिसंबर को हुए मेसी के इवेंट के दौरान तालमेल की कमी और प्रशासनिक नाकामी का हवाला देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. हालांकि, जवाब का पता नहीं चल सका है.

कमेटी द्वारा सौंपे नतीजों के आधार पर राज्य सरकार ने कई आईपीएस और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई शुरू की. डीजीपी राजीव कुमार और मुकेश कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए, जबकि युवा भारती क्रीड़ांगन मुख्य कार्यकारी अधिकारी को उनके पद से हटा दिया गया. सरकार ने इस घटना की गहन जांच करने के लिए सीनियर आईपीएस अधिकारियों की एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम भी बनाई.

इसके अलावा, बिधाननगर के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस अनीश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया, और इवेंट के दिन ड्यूटी में कथित लापरवाही के लिए उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई थी. सूत्रों के मुताबिक, खेल विभाग के सचिव ने कहा है कि इवेंट उस तरह से आयोजित नहीं किया गया जैसा बताया गया था. आयोजकों ने कार्यक्रम के दिन पूर्व निर्धारित योजना में बदलाव किया. राजीव कुमार और मुकेश कुमार के लिखित जवाब तुरंत उपलब्ध नहीं थे.

13 दिसंबर को, इवेंट शुरू होने से काफी पहले ही साल्ट लेक स्टेडियम खचाखच भर गया था. दर्शक मेसी की एक झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे. मेस्सी के आते ही भीड़ उनकी तरफ बढ़ गई. कई लोग कड़ी सुरक्षा के बावजूद फोटो लेने की कोशिश कर रहे थे.

दर्शक मेसी को देख नहीं पा रहे थे, इससे जल्द ही हालात अफरा-तफरी वाले हो गए. मेसी 22 मिनट मैदान पर रुकने के बाद निकल गए. इसके बाद दर्शकों ने तोड़फोड़ मचाना शुरू कर दिया. कुर्सियां और बोतलें मैदान पर फेंकी गईं. कई दर्शक गेट तोड़कर मैदान में घुस गए, जबकि स्टेडियम की गैलरी और रेस्ट रूम में भी नुकसान पहुंचाया गया.

घटना के बाद, राज्य सरकार ने जांच कमेटी बनाई और कार्यक्रम के आयोजक सताद्रु दत्ता को गिरफ्तार किया. इससे मामले में राज्य के खेल मंत्री अरूप बिस्वास ने इस्तीफा दे दिया था.

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