Tokyo Olympics में भारतीय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, 41 सालों में पहली बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं

Tokyo Olympics: भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) ने इतिहास रच दिया है. 41 साल में पहली बार भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंची है

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
भारतीय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • महिला हॉकी टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची
  • 41 वर्षों में पहली बार ओलंपिक क्वार्टर फाइनल मैच खेलेगीं भारतीय महिलाएं
  • 1980 के बाद पहली बार हुआ ऐसा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

Tokyo Olympics: भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women Hockey Team) ने इतिहास रच दिया है. 41 साल में पहली बार भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंची है. भारतीय महिला टीम ने अपने ग्रुप स्टेज में 2 मैच जीते थे, जबकि 3 में उसे हार मिली थी. लेकिन इसके बाद भी महिला टीम का क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का रास्ता साफ हुआ. दरअसल भारत की किस्मत ब्रिटेन आयरलैंड के परिणाम पर टिकी थी. जैसे ही ब्रिटेन जीता, भारत अंतिम 8 में पहुंच गया.पूल ए में भारतीय टीम 5 मैचों में 2 जीत और 6 पॉइंट्स के साथ चौथे स्थान पर रही और क्वालिफाई करने वाली आखिरी टीम बनी. अब भारतीय हॉकी टीम का क्वार्टर फाइनल में मुकाबला 2 अगस्त को ऑस्ट्रेलिया की टीम के साथ होगा. 

Tokyo Olympics में उड़न परी बनी जमैका की यह धावक, 100 मीटर रेस में रिकॉर्ड समय के साथ जीता गोल्ड मेडल

प्रत्येक पूल से चोटी की चार टीमें नाकआउट दौर में पहुंचती हैं. भारतीय महिला टीम का ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1980 में मास्को ओलंपिक में रहा जहां वह सेमीफाइनल में पहुंची थी लेकिन आखिर में उसे चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा था.भारत को भले ही अंतिम आठ में पहुंचने के लिये ग्रेट ब्रिटेन की जीत की जरूरत थी लेकिन कोई भी वंदना कटारिया से श्रेय नहीं ले सकता जिन्होंने सुबह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत में ऐतिहासिक हैट्रिक बनायी.

वंदना ने चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किया. वह ओलंपिक के इतिहास में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई. नेहा गोयल ने 32वें मिनट में एक गोल दागा. दक्षिण अफ्रीका के लिये टेरिन ग्लस्बी (15वां), कप्तान एरिन हंटर (30वां) और मेरिजेन मराइस (39वां मिनट) ने गोल दागे,  भारत को स्पर्धा में बने रहने के लिये हर हालत में यह मैच जीतना था. भारतीयों ने पहले मिनट से ही दबाव बनाना शुरू कर दिया. मैच के पहले दो मिनट में भारत को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन ड्रैग फ्लिकर गुरजीत कौर का खराब फॉर्म जारी रहा .

Advertisement

Tokyo Olympics में गेंदबाज मिचेल स्टार्क के भाई ने किया कमाल, गोल्ड मेडल जीतने के करीब पहुंचे

भारतीय कप्तान रानी  (Rani Rampal)ने मैच के बाद कहा ,‘‘ आज का मैच बहुत कठिन था. दक्षिण अफ्रीका ने कड़ी चुनौती दी. उन्होंने अपने मौके भुनाये. हम डिफेंस में बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. भारत के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने कहा ‘‘हमने काफी गोल दे दिये । हम इससे ज्यादा गोल कर सकते थे. हमें यह मैच हर हालत में जीतना था और हम जीते. उन्होंने कहा ,‘‘इन हालात में खेलना आसान नहीं है, पिच पर 35 डिग्री से अधिक तापमान था और उमस भी.

VIDEO: शुक्रवार को पदक सुनिश्चित करने के बाद लवलिना के घर में जश्न का माहौल है.  

Advertisement
Featured Video Of The Day
Delhi: Kalkaji में एक ही परिवार के 3 लोगों ने दी अपनी जान, लेटर में लिखी वजह | Breaking News
Topics mentioned in this article