- कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख के बीच फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 का पहला गेम ड्रॉ पर समाप्त हुआ है.
- पहला गेम ड्रॉ होने के बाद दोनों खिलाड़ियों को आधा-आधा अंक मिला. दूसरा गेम रविवार को होगा.
- हम्पी काले मोहरों से खेल रही थीं लेकिन उनके अनुभव के कारण उनका पलड़ा अभी भी भारी माना जा रहा है.
कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख के बीच फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 फाइनल का पहला गेम ड्रा पर समाप्त हुआ है. रिपिटेशन के चलते गेम ड्रा पर खत्म हुआ. युवा भारतीय अंतरराष्ट्रीय मास्टर दिव्या देशमुख ने पहले गेम में धैर्य का शानदार प्रदर्शन किया. विश्व रैपिड चैंपियन हम्पी का इस ड्रॉ के बावजूद पलड़ा भारी होगा क्योंकि वह काले मोहरों से खेल रही थी. इस ड्रॉ के बाद दोनों खिलाड़ियों को 0.5-0.5 अंक मिले हैं.
अब रविवार को दूसरा गेम खेला जाएगा और उसका विजेता खिताब जीतेगा. लेकिन अगर दूसरा गेम भी ड्रा हुआ तो यह मुकाबला टाई-ब्रेकर में पहुंच जाएगा जो सोमवार को खेला जाएगा.
दो-गेम के इस मिनी-मैच में क्लासिकल शतरंज नियमों के तहत दूसरे और अंतिम गेम में हम्पी सफेद मोहरों से खेलेंगी. शुरुआती गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला लेकिन दोनों अपने मौकों को भुनाने में नाकाम रहे.
उन्नीस साल की दिव्या पर हम्पी ने शुरुआत में दबाव बना दिया था लेकिन नागपुर की खिलाड़ी ने जल्द ही वापसी की और कम्प्यूटर के मुताबिक 14वें चाल के बाद दिव्या का पलड़ा भारी था. हम्पी ने हालांकि अनुभव का इस्तेमाल करते हुए मैच पर अपनी पकड़ कमजोर नहीं होने दी.
चीन के खिलाड़ियों के बीच हो रहे तीसरे स्थान के प्ले-ऑफ में पूर्व महिला विश्व चैंपियन झोंगयी टेन और शीर्ष वरीयता प्राप्त लेई टिंग्जी भी बराबरी पर छूटा.
दिव्या ने क्वीन्स गैम्बिट ओपनिंग के साथ शुरुआत की, जबकि वह अपनी 8वीं चाल में शॉर्ट कैसल के लिए गईं. कास्टलिंग तक खेल मोहरों के हिसाब से बराबरी का था. अपनी 8वीं चाल में हम्पी ने अपने बिशप को दिव्या के नाइट से बदल लिया.