Davis Cup: भारतीय टीम 59 साल बाद कर सकती है पाकिस्तान का दौरा, सरकार से जल्द मिल सकती है मंजूरी

Davis Cup: एआईटीए महासचिव अनिल धूपर ने पीटीआई से कहा,"हमें अभी तक लिखित में मंजूरी नहीं मिली है लेकिन जल्दी ही मिल जायेगी. हमें बताया गया है कि चूंकि यह द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं है और आईटीए इसका आयोजन कर रहा है तो सरकार ऐसे टूर्नामेंटों में दखल नहीं देती."

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Davis Cup: भारतीय टीम को आगामी डेविस कप टेनिस मुकाबले के लिये पाकिस्तान जाने की मंजूरी मिलने की उम्मीद है.  अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने शनिवार को यह जानकारी दी. एआईटीए ने हाल ही में खेल मंत्रालय से सलाह मांगी थी कि क्या वे तीन और चार फरवरी को पाकिस्तान में होने वाले विश्व ग्रुप वन प्लेआफ के लिये टीम भेज सकते हैं.

एआईटीए महासचिव अनिल धूपर ने पीटीआई से कहा,"हमें अभी तक लिखित में मंजूरी नहीं मिली है लेकिन जल्दी ही मिल जायेगी. हमें बताया गया है कि चूंकि यह द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं है और आईटीए इसका आयोजन कर रहा है तो सरकार ऐसे टूर्नामेंटों में दखल नहीं देती."

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उन्होंने कहा,"इसकी प्रक्रिया है. खेल मंत्रालय ने विदेश और गृह मंत्रालय को अनुरोध भेज दिया है और उनकी राय के बाद ही अंतिम फैसला लिया जायेगा. हमें जल्दी ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है. हम मुकाबले और यात्रा की तैयारी कर रहे हैं." इस बीच पाकिस्तान टेनिस महासंघ ( पीटीएफ) ने शनिवार को कहा कि इस्लामाबाद में होने वाले डेविस कप मुकाबले में एआईटीए के खिलाड़ियों और अधिकारियों की भागीदारी को लेकर उसे अंतिम पुष्टि का इंतजार है.

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पीटीएफ अध्यक्ष सलीम सैफुल्लाह ने कहा,"एआईटीएफ ने हमें वीजा के लिये 11 अधिकारियों और सात खिलाड़ियों की सूची भेजी है. हमें उनके आने की अंतिम पुष्टि का इंतजार है." उन्होंने कहा,"एआईटीए ने कहा है कि उनकी सरकार से पाकिस्तान यात्रा की मंजूरी मिलने के बाद ही वे पुष्टि करेंगे." उन्होंने बताया कि सूची में एआईटीए अध्यक्ष अनिल जैन और सचिव अनिल धूपर के भी नाम हैं.

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पीटीआई ने 26 दिसंबर को खबर दी थी कि एआईटीए ने टीम के पाकिस्तान दौरे के लिये खेल मंत्रालय से सलाह मांगी है. सैफुल्लाह ने कहा कि एआईटीए को अपनी टीम के आगमन की अंतिम पुष्टि के लिये समय सीमा दी गई है और अगर वे नहीं आते हैं तो अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ मेजबान को पूरे अंक देने पर विचार कर सकता है.  भारतीय डेविस कप टीम आखिरी बार 1964 में पाकिस्तान गई थी जब लाहौर में हुआ मुकाबला भारत ने 4 . 0 से जीता था. भारत और पाकिस्तान का सामना 2019 में भी हुआ था लेकिन वह मुकाबला कजाखस्तान में खेला गया था.

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बता दें, एआईटीए ने 3-4 फरवरी के विश्व ग्रुप I प्ले-ऑफ मुकाबले के लिए पांच सदस्यीय टीम की घोषणा की थी और कहा था कि अगर आईटीएफ उसकी अपील को खारिज कर देता है, तो वह डेविस कप टीम को पाकिस्तान भेजेगा. तटस्थ स्थल के लिए एआईटीए के अनुरोध को 15 सदस्यीय डेविस कप समिति (डीसीसी) ने खारिज कर दिया था और इसके बाद राष्ट्रीय महासंघ ने आईटीएफ ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया था.

भारतीय टीम में रामकुमार रामनाथन, एन श्रीराम बालाजी, युकी भांबरी, निकी पूनाचा और साकेत मायनेनी को जगह दी गई है. सितंबर में लखनऊ में भारत के आखिरी डेविस कप टूर्नामेंट में मोरक्को के खिलाफ पदार्पण करने वाले दिग्विजय प्रताप सिंह को टीम में एक रिजर्व खिलाड़ी के रूप में नामित किया गया है. इस बार पाकिस्तान टीम का नेतृत्व उनके शीर्ष खिलाड़ी ऐसाम उल हक क़ुरैशी करेंगे और उनके साथ अकील खान, मुहम्मद शोएब, बरकतुल्लाह और मुहम्मद आबिद शामिल होंगे.

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