शुरुआती क्वार्टर में ही तीन गोल करने के बाद कोरियाई पलटवार का डटकर सामना करते हुए भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बुधवार को 5-3 से जीत के साथ एशियाई खेलों के फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका सामना जापान से होगा. जापान ने दूसरे सेमीफाइनल में मेजबान चीन को 3-2 से हराया. हॉकी टीम ने आखिरी बार 2014 इंचियोन खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर ओलिंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई किया था. पिछली बार जकार्ता में 2018 में भारतीय टीम को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था. भारत के लिए हार्दिक सिंह (पांचवां मिनट ), मनदीप सिंह ( 11वां मिनट) और ललित उपाध्याय (15वां ) ने पहले क्वार्टर में ही तीन गोल किए थे.
दूसरे क्वार्टर में हालांकि कोरिया के माने जुंग ने 17वें और 20वें मिनट में दो गोल करके भारतीय खेमे में खलबली मचा दी. भारतीयों ने पलटवार पर 24वें मिनट में बढत बनाई जब अमित रोहिदास ने गोल दागा. इस बीच कोरिया के लिये जुंग ने फिर 47वें मिनट में गोल कर दिया. शानदार फॉर्म में चल रहे अभिषेक ने 54वें मिनट में गोल करके भारत की जीत पर मुहर लगा दी.
पूल चरण में पांच मैचों में 58 गोल करने वाली भारतीय टीम ने पहले मिनट से ही आक्रामक खेल दिखाया. पहले क्वार्टर में कोरियाई हाफ में ही सारा खेल हुआ और हरमनप्रीत सिंह की टीम ने उनके डिफेंस को छितर बितर कर दिया. हार्दिक ने पांचवें मिनट में ही भारत को बढत दिलाई जब ललित का शुरूआती शॉट नाकाम रहने के बाद उसने रिबाउंड पर गोल किया. तीन मिनट बाद मनदीप सर्कल के भीतर खाली पड़े गोल में गेंद लेकर दौड़े लेकिन उनका शॉट गोलपोस्ट के ऊपर से निकल गया. भारत के लिये दूसरा गोल मनदीप ने गुरजंत के पास पर 11वें मिनट में किया जो टूर्नामेंट में उनका दसवां गोल था.
भारत को 13वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर हरमनप्रीत गोल नहीं कर सके. ललित ने पहले क्वार्टर के आखिरी मिनट में हरमनप्रीत की रिवर्स हिट कोरियाई गोलकीपर द्वारा बचाये जाने के बाद रिबाउंड पर तीसरा गोल दागा. दूसरे क्वार्टर में कोरियाई टीम ने जवाबी हमले बोलकर दो गोल कर डाले. दूसरे क्वार्टर के दूसरे ही मिनट में कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे जुंग ने वैरिएशन के जरिये गोल में बदला. तीन मिनट बाद उन्होंने अपनी टीम के लिये दूसरा गोल किया. दो गोल गंवाने के बाद सकते में आई भारतीय टीम के लिये रोहिदास ने पेनल्टी कॉर्नर पर चौथा गोल दागा. कोरिया के लिये तीसरा गोल भी पेनल्टी कॉर्नर पर जुंग ने किया. अभिषेक ने आखिरी सीटी बजने से छह मिनट पहले गोल करके भारत की जीत पर मुहर लगा दी.