Aishwarya Pratap Singh and Esha Singh Interview: भारतीय निशानेबाजों ने एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए टीम स्वर्ण पदक सहित कई पदक जीते जिससे निशानेबाजी प्रतियोगिता में भारत ने अपना जलवा बिखेरा. विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष पाटिल की अगुआई में भारत की 10 मीटर एयर राइफल टीम ने विश्व रिकॉर्ड स्कोर के साथ मौजूदा एशियाई खेलों में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता. ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने इसके बाद व्यक्तिगत स्पर्धा में कांस्य पदक जीता. उन्होंने कांस्य पदक के मुकाबले में रुद्रांक्ष को पछाड़ा जो चौथे स्थान पर रहे. ऐश्वर्य ने तीसरे स्थान के शूट ऑफ में रुद्रांक्ष को पछाड़कर 228.8 अंक के साथ कांस्य पदक जीता.
ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने एशियाई गेम्स में कुल चार पदक जीते जिसमे दो स्वर्ण पदक, एक रजत पदक और एक कांस्य पदक शामिल है. एनडीटीवी से बातचीत करते हुए ऐश्वर्य ने कहा, ‘‘मैं अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हूं. मैंने पूरी कॉम्पिटशन के दौरान निरंतर प्रदर्शन किया, यहां तक कि क्वालीफिकेशन के दौरान भी. यह मेरे पहले एशियाई खेल हैं और इन खेलों में मेरे ये चार पदक हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभी निशाना खराब भी था और यह खेल का हिस्सा है.'' साथ ही ऐश्वर्य ने स्वीकार किया कि कांस्य पदक के शूट ऑफ में रुद्रांक्ष के खिलाफ वह दबाव में थे. उन्होंने कहा, ‘‘शूट ऑफ के दौरान काफी दबाव था लेकिन मैंने 10.8 अंक जुटाने में सफल रहा.''
'अपने सफर के बारे में बात करते हुए ऐश्वर्य ने बताया की उन्हें बचपन से ही निशानेबाज़ी का शौक था और वो खिलौने के तौर पर अक्सर निशानेबाज़ी के लिए ही राइफल दिलाने को कहता था. मैं मेले में भी बैलून फोड़ने ही जाता था तो मेरी शुरुआत ऐसी ही रही. अपने रोल मॉडल के तौर पर कहा की उन्हें शूटिंग से अलग विराट कोहली बहुत पसंद हैं और वो उन्हें देखते भी हैं. विराट के बारे में बात करते हुए ऐश्वर्य ने पाकिस्तान के खिलाफ विराट के पारी को लेकर उस लम्हें को भी बयां किया जो विराट के फैन के तौर पर सब के जेहन में है. ऐश्वर्य ने 50 मीटर शूटिंग को लेकर कहा की मिडिल क्लास फैमिली वालो के लिए ये थोड़ा महंगा खेल हो जाता है,
ईशा सिंह ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कहा-
एशियाई खेलों में 25 मीटर पिस्टल में व्यक्तिगत रजत जीतने वाली ईशा 10 मीटर एयर पिस्टल रजत जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थी. ईशा ने व्यक्तिगत फाइनल में 239 . 7 स्कोर किया. ईशा ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में रजत भी जीता है. वहीं ईशा, मनु भाकर और रिदम सांगवान ने टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था. ईशा ने 1 गोल्ड और 3 सिल्वर मेडल जीता है.
यशपाल राणा के रिकॉर्ड की बराबरी को लेकर ईशा ने कहा की मेरे लिए बहुत ही खास ही ये पल और उनके वजह से हम सब शूटिंग को जान पाए तो मेरे लिए ये पल बहुत खास है.
ईशा ने अपने शूटिंग की शुरुआत कैसे की इसका जवाब देते हुए ईशा ने कहा की रविवार का दिन था तब मैं 9 साल की थी. मैं पापा के साथ शूटिंग रेंज गई तो वहां उनके दोस्त शार्ट गन शूटर थे तो मैंने पहली बार वही शूटिंग देखी और वैसे भी मैं गर्मी की छुट्टियों में एक स्पोर्ट्स चुन लेती थी, मुझे पता नहीं था की शूटिंग को अपने करियर के रूप में भी चुना जा सकता है, पाप के दोस्त ने बताया की गगन नारंग की एक अकादमी है जहां आप बेसिक के लिए तैयारी कर सकते ही तो बस मेरी शूटिंग ऐसे शुरू हुई थी.