- बृहन्मुंबई नगर निगम ने कूपर अस्पताल में प्रशासनिक गड़बड़ियों को सुधारने के लिए 850 लंबित फाइलें निपटाई हैं.
- अस्पताल के कामकाज की निगरानी हेतु तीन सदस्यीय वरिष्ठ पर्यवेक्षकीय समिति का गठन किया गया है.
- रजिस्ट्रेशन काउंटर और फार्मेसी के समय में विस्तार कर मरीजों के लिए सुविधाओं में इजाफा किया गया है.
बृहन्मुंबई नगर निगम (Brihanmumbai Municipal Corporation) के कूपर अस्पताल (Cooper Hospital) में प्रशासनिक गड़बड़ियों, बायो-मेडिकल कचरे और चूहों की समस्या को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. हालांकि इन सवालों के बाद अब मुंबई महानगरपालिका ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. महानगरपालिका ने बताया कि पिछले तीन हफ्तों में 850 लंबित फाइलों को निपटाया गया है और 350 कार्यादेश जारी किए गए हैं, जिससे मरीजों को दवाइयां और जरूरी सुविधाएं समय पर मिल सके.
साथ ही अस्पताल के कामकाज पर नजर रखने के लिए तीन सदस्यीय वरिष्ठ पर्यवेक्षकीय समिति बनाई गई है. इसमें डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर शरद उघड़े, डायरेक्टर (मेडिकल एजुकेशन) डॉ. नीलम अंद्राडे और नायर अस्पताल के डीन डॉ. शैलेश मोहिते शामिल हैं.
सुधार के लिए उठाए कई अहम कदम
बीएमसी ने कई सुधारात्मक कदम भी उठाए हैं. रजिस्ट्रेशन काउंटर अब सुबह 7:30 बजे से खुले रहेंगे और खिड़कियों की संख्या बढ़ाकर पांच की गई है, जिससे मरीजों को लाइन में न लगना पड़े. फार्मेसी का समय भी शाम 4:30 से बढ़ाकर 7:30 बजे तक कर दिया गया है.
साफ-सफाई पर भी दिया जा रहा ध्यान
साथ ही अब अस्पताल परिसर की सफाई पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है. चूहों के लिए पिंजरे और गोंदफंदे लगाए गए हैं, बिलों को बंद किया गया है और सीवर पाइपों पर जालियां लगाई गई हैं. रोजाना पेस्ट कंट्रोल अधिकारी अस्पताल का निरीक्षण कर रहे हैं.
बायो-मेडिकल वेस्ट का समय पर निपटान
साथ ही, बायो-मेडिकल वेस्ट की रोजाना समय पर निगरानी में निपटान किया जा रहा है और आगंतुकों को कचरा निर्धारित जगह पर ही फेंकने के निर्देश दिए गए हैं.
बीएमसी ने कहा है कि मरीजों की सुरक्षा, सफाई और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस तरह की समस्याओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी कदम युद्धस्तर पर उठाए जा रहे हैं.
ये कदम ऐसे वक्त में उठाए गए हैं, जब कूपर अस्पताल में एक मरीज को चूहे ने काट लिया.