Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट बन रहा है. यह फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट ओंकारेश्वर डैम पर बनेगा. भोपाल के मिंटो हॉल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की मौजूदगी में इसके अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए. गौरतलब है कि दुनिया में अब तक केवल 10 फ्लोटिंग पावर प्लांट हैं. ओंकारेश्वर दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट है, इसकी सबसे बड़ा खासियतों में से एक ये भी है कि इसको बनाने में कोई विस्थापन नहीं होगा. ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की ये परियोजना 600 मेगावाट क्षमता की होगी. पहले चरण में 278 मेगावॉट का प्रोजेक्ट है. परियोजना का निर्माण दो चरणों में हो रहा है. इस पावर प्लांट से 12 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को रोका जा सकेगा.
मध्यप्रदेश में अब नवकरणीय ऊर्जा की उत्पादन क्षमता 5,000 मेगावॉट से ज्यादा है, इसे बढ़ाकर 20,000 मेगावॉट करने की योजना है. इस परियोजना में नर्मदा नदी के बैक वाटर पर करीब 2 हजार हेक्टेयर में सोलर पैनल्स लगेंगे. हर साल करीब 1200 मिलियन यूनिट सोलर बिजली का उत्पादन होगा.
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मध्यप्रदेश को हार्ट ऑफ इंडिया के साथ लंग्स ऑफ इंडिया बनाने का संकल्प है. सोलर एनर्जी के क्षेत्र में काम करने वाले सभी निवेशकों को मैं मध्यप्रदेश की धरती पर आमंत्रित कर रहा हूं, इसलिए हमने नई रेनुअल एनर्जी की नीति, अभी 2 अगस्त 2022 को कैबिनेट की बैठक में हमने स्वीकृत दी है. यह कमिटमेंट है 2070 तक भारत शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे. यह भारत का कमिटमेंट है और देश के कमिटमेंट को पूरा करना यह हमारा कर्त्तव्य है. इसमें मध्यप्रदेश किसी भी कीमत पर पीछे नहीं रहेगा. इसी दृष्टि से हम लोग काम कर रहे हैं. जैसे पीएम साहब ने कमिटमेंट किया है, मेरा भी कमिटमेंट है-2027 तक मध्यप्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा की क्षमता बढ़ा कर 20,000 मेगावॉट कर दी जाएगी."
* 'जस्टिस यूयू ललित होंगे देश में अगले मुख्य न्यायाधीश, महज 74 दिनों का होगा कार्यकाल
* उद्धव ठाकरे गुट को राहत, SC ने कहा - शिवसेना विवाद में चुनाव चिह्न पर फिलहाल फैसला न करे चुनाव आयोग
* भारत में COVID-19 के नए केसों में 16 फीसदी उछाल, 24 घंटे में 19,893 मामले
"हर घर तिरंगा अभियान" को लेकर सरकार और विपक्ष में बढ़ी तकरार