उज्जैन मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार कब्जा धारियों के खिलाफ लगातार जिला प्रशासन को आदेश दे रखे हैं. शुक्रवार को उज्जैन नगर निगम की टीम ने सिंहस्थ भूमि पर हुए अवैध पक्के निर्माण को तोड़ने के लिए मुरलीपूरा के पास जयापुरा के तीन घरों को तोड़ दिया गया. यहां पर अवैध रूप से कब्जा धारियों ने तक का निर्माण कर मकान बना लिए थे जिसको लेकर नगर निगम ने 3 दिन पहले नोटिस जारी किया था हालांकि निर्माण तोड़ते समय कुछ लोगो ने विरोध भी किया लेकिन कार्यवाई नहीं रुकी.
उज्जैन 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर बाबा की नगरी उज्जैन में मां शिप्रा के तट पर हर 12 साल में एक बार साधु संतों का जमावड़ा लगता है, जिससे सिंहस्थ कुंभ मेला कहा जाता है. वहीं 2028 में कुंभ का मेला आयोजित होना है और इसको लेकर उज्जैन जिला प्रशासन अभी से तैयारियों में जुट गया है. सिंहस्थ मेला क्षेत्र बड़नगर रोड पर मुरलीपूरा के पास बने तीन अवैध मकान को नगर निगम की टीम ने ज़मींदोज़ कर दिया. वहीं निगम की टीम में भवन अधिकार पी.सी. यादव सहित भवन निरीक्षक संगीता पंवार निगम कर्मियों और जेसीबी मशीन के साथ मकान और कुछ टीन शेड तोड़ने पहुंची थी और कार्रवाई को अंजाम दिया.
उज्जैन नगर निगम और महाकाल थाना पुलिस की टीम ने सबसे पहले जयापुरा के तीन अवैध मकान जो की सिंहस्थ भूमि पर बने मकान तोड़ने की कार्यवाही की दौरान घर के मालिक ने निगम के अधिकारी को धमकाने की कोशिश भी की। लेकिन पुलिस की टीम के आगे किसी को नहीं चली और नगर निगम टीम ने तीनों मकान को जेसीबी की मदद से तोड़ दिया। अवैध रूप से कब्जा कर यह लोग 2011 से रह रहे है लेकिन सिंहस्थ भूमि पर पक्के निर्माण की मंजूरी नहीं है। क्योंकि यह भूमि सिंहस्थ मेले के लिए आरक्षित कर रखी है और यहां पर ना कोई पक्का निर्माण कर सकता है और ना ही कोई कब्जा कर सकता है इसके बावजूद भी कई लोग इस पर कब्जा कर पक्के निर्माण करने में लगे हुए थे जिसको आज कार्रवाई करते हुए नगर निगम ने जमींदोज कर दिया