प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छत्तीसगढ़ के कथित 2 हजार करोड़ के शराब घोटाले का आरोप पत्र कोर्ट में पेश कर दिया है. करीब 13 हजार पन्नों के आरोप पत्र में 285 पन्नों में केस की जानकारी, आरोपियों के सिंडिकेट और कैसे घोटाला किया उसकी जानकारी दी गई है.
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मामले में ईडी ने अपनी इस चार्जशीट में आबकारी विभाग के स्पेशल सचिव ए पी त्रिपाठी, कारोबारी अनवर ढेबर और त्रिलोक ढिल्लन को मास्टर माइंड बताया है. साथ ही जेल में बंद अरविंद सिंह और नितेश पुरोहित को आरोपी बनाया है. ईडी द्वारा जारी किए गए इस आरोप पत्र में सरकारी सिस्टम का किस तरह से दुरुपयोग कर शराब घोटाला किया गया है उससे संबंधित दस्तावेज और गवाहों के बयान शामिल हैं.
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दरअसल, प्रवर्तन निदेशल की टीम मंगलवार शाम 2 सूटकेस और 3 बंडल के साथ कोर्ट पहुंची, जहां ED के वकील सौरभ पांडेय ने चार्जशीट कोर्ट में पेश की और कोर्ट को बताया कि कैसे अनवर ढेबर, ए पी त्रिपाठी, त्रिलोक ढिल्लन, नितेश पुरोहित, अरविंद सिंह घोटाले को अंजाम दे रहे थे. घोटाले की रकम को किस तरह से आपस में बांटा जाता था. अधिकारी, कारोबारी रसूखदारों का सिंडिकेट कैसे काम करता था. कमीशन से जो पैसा मिला उससे प्रॉपर्टी खरीदी गई है जिसे अटैच किया गया है.