मध्य प्रदेश के रतलाम स्टेशन (Ratlam Railway Station) पर एक पुलिसकर्मी की सजगता से 11 साल की एक लड़की ट्रेन की पटरियों के नीचे आने से बच गई. इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी द्वारा लड़की को चलती ट्रेन की सीढ़ियों से फिसलते ही पकड़ लेने और फुर्ती से दोबारा ट्रेन में चढ़ा देने का घटना साफ दिख रही है. रतलाम रेलवे स्टेशन पर एक हेड कांस्टेबल की सजगता से 11 वर्षीय बालिका हादसे का शिकार होने से बच गई. इसका वीडियो सामने आया है. वोहरा समाज के लोगों ने शुक्रवार को स्टेशन पर जाकर हेड कांस्टेबल प्रमोद पाटिल का सम्मान किया. उनके सराहनीय कार्य के लिए उन्हें धन्यवाद दिया.
प्लेटफार्म नंबर चार पर यह घटना घटी थी, जिसमें रतलाम निवासी जारा टीनवाला ट्रेन में सवार होने का प्रयास कर रही थी. इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच में गिरने लगी. तभी वहां खड़े रिजर्व कंपनी के हेड कांस्टेबल प्रमोद पाटिल ने हाथ पकड़ कर उसे बचा लिया. हेड कांस्टेबल की बहादुरी का CCTV वीडियो भी सामने आया है, जिसमें प्रमोद पाटिल बालिका को मौत के मुंह में से खींचकर कोच में चढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
दरअसल यह घटना रतलाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 की है, जहां यात्री गाड़ी 12962 में सवार होने के लिए 11 वर्षीय बालिका अपने परिवार के साथ पहुंची थी. बाकी लोगों के बैठने के बाद जारा भी चलती ट्रेन के कोच में चढ़ने का प्रयास कर रही थी. तभी वह असंतुलित होकर ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच में गिरने लगी. लेकिन हेड कांस्टेबल प्रमोद पाटिल देवदूत बनकर सामने आए और उन्होंने सफलता बालिका को खींचकर कोच में चढ़ा दिया. रिजर्व फोर्स के हेड कांस्टेबल प्रमोद पाटिल को बालिका के परिवार ने धन्यवाद दिया है और बोहरा समाज ने उनका सम्मान किया.
रेलवे स्टेशनों पर चलती ट्रेनों में न चढ़ने की हिदायत अक्सर रेलवे की ओऱ से यात्रियों को दी जाती है, लेकिन रेलयात्री इसे नजरअंदाज कर देते हैं. यह लापरवाही अक्सर जानलेवा साबित होती है.