मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा के गंज बासौदा में एक कुआं धंसने से 10 लोगों की मौत हो गई. यहां कुएं में गिरे एक बच्चे को निकालने के दौरान कुएं के आसपास की मिट्टी धंस गई जिससे कई लोग उसके मलबे में दब गए. ख़बरों के मुताबिक 25-30 लोग मलबे में धंसे थे जिनमें 19 लोगों को निकाल लिया गया है जबकि कुछ के अभी भी मलबे में धंसे होने की आशंका है. NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच और हर संभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.राज्य शासन के प्रतिनिधि के तौर पर विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग रातभर घटनास्थल पर मौजूद रहे. उनकी देखरेख में बचाव दल फंसे हुए लोगों को बचाने में जुटे हुए हैं.
घटनास्थल पर कमिश्नर आईजी कलेक्टर एसपी एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीम लोगों को मदद पहुंचा रही है. राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि मृतकों के परिवारजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता घायलों को 50 हज़ार रुपये एवं निशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी .
लाल पठार गांव में गुरुवार की रात एक बच्चे की कुंए में गिरने की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण उसे ढूंढने के लिए कुएं की छत पर पहुंच गए. लोगों की संख्या अधिक होने के कारण कुएं पर बनाई छत भरभरा कर गिर गई, जिसकी वजह से करीब 30 लोग कुएं के पानी में गिर गए. ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद 20 लोगों को बाहर निकाल लिया. उन्हें हल्की चोटें आई थीं. 5 लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं. दरअसल, कुएं में सिर्फ बीच का हिस्सा खुला रहता था. बच्चे को खोजने पहुंचे लोग गाटर की इस छत पर चढ़ गए. भीड़ के दबाव के कारण दोनों तरफ की छत कुएं में गिर गई. इसके चलते छत पर खड़े लोग भी कुएं के पानी में जा गिरे.