मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के पानसेमल वन परिक्षेत्र में ग्रामीणों को आतंकित कर रही मादा तेंदुआ को पिंजरे कैद कर लिया गया है. यह मादा तेंदुआ कई लोगों का अपना शिकार बना चुकी थी. गांव में इस मादा तेंदुआ की वजह से दहशत का माहौल था.
सेंधवा के वन मंडलाधिकारी अनुपम शर्मा ने बताया कि आज पानसेमल वन परिक्षेत्र के खेतिया कस्बे के समीप दिनेश ईसी के खेत में स्थापित किए गए पिंजरे में ढाई वर्ष की मादा तेंदुआ गिरफ्त में आ गई. उन्होंने बताया कि उक्त क्षेत्र में विगत एक पखवाड़े से तेंदुआ कई जानवरों का शिकार कर चुका था. इसी क्षेत्र में कुछ वर्ष पहले एक तेंदुए ने एक किशोरी को उठा ले जाने के बाद उसे मार डाला था. ग्रामीण आशंकाओं के चलते भयभीत थे, इसलिए कुछ दिन पूर्व खेत में पिंजरा स्थापित किया गया था.
इधर, दूसरी ओर खेत मालिक दिनेश ईसी और उसके गन्ने के खेत में काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि गिरफ्त में आया वन्य प्राणी उक्त तेंदुआ नहीं है जो आतंकित कर रहा है. उन्होंने कहा कि अभी भी ग्रामीण भयभीत हैं. पानसेमल के डिप्टी रेंजर राजकमल आर्य ने बताया कि मादा तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत इसे खंडवा जिले के चांदगढ़ क्षेत्र में छोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि तेंदुए के पग मार्क देखे जाने के बाद पिंजरा लगाया गया था और ग्रामीणों को अन्य तेंदुए होने का भ्रम है. उन्होंने कहा कि यदि फिर से तेंदुए का मूवमेंट देखा जाता है तो पिंजरा स्थापित कर दिया जाएगा.
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