MP: महिला प्राचार्य को जलाने वाले पूर्व छात्र ने दी थी आत्महत्या की धमकी, लापरवाही पर एएसआई निलंबित

इंदौर के एक निजी फार्मेसी महाविद्यालय की 54 वर्षीय महिला प्राचार्य को पेट्रोल डालकर जलाने वाले पूर्व छात्र ने संस्थान को साल भर पहले आत्महत्या की धमकी दी थी जिसकी शिकायत पुलिस में संस्थान की ओर से की गई थी, इसके बावजूद जांच में लापरवाही बरती गई जिसके कारण पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

इंदौर के एक निजी फार्मेसी महाविद्यालय की 54 वर्षीय महिला प्राचार्य को पेट्रोल डालकर जलाने वाले पूर्व छात्र ने संस्थान को साल भर पहले आत्महत्या की धमकी दी थी जिसकी शिकायत पुलिस में संस्थान की ओर से की गई थी, इसके बावजूद जांच में लापरवाही बरती गई जिसके कारण पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस के एक आला अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

पुलिस के मुताबिक सिमरोल थाना क्षेत्र में पूर्व छात्र आशुतोष श्रीवास्तव (24) द्वारा 20 फरवरी को पेट्रोल डालकर बुरी तरह जलाई गईं बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी की प्राचार्य डॉ. विमुक्ता शर्मा (54) शहर के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही हैं. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भगवत सिंह विरदे ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया,‘‘जांच के दौरान हमें पता चला है कि फार्मेसी महाविद्यालय के प्रबंधन, महिला प्राचार्य और अन्य कर्मचारियों की ओर से सिमरोल पुलिस थाने में फरवरी 2022 में श्रीवास्तव के खिलाफ दो-तीन शिकायतें की गई थीं कि वह उन्हें आत्महत्या की धमकी दे रहा है.''

उन्होंने बताया कि इन शिकायतों की जांच में कथित लापरवाही पर एएसआई संजीव तिवारी को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला प्राचार्य को जलाने वाले पूर्व छात्र को घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था और पुलिस हिरासत में उससे लगातार पूछताछ जारी है. उन्होंने बताया,‘‘आरोपी मानसिक तौर पर पूरी तरह स्वस्थ है और हमारी जांच में पता चला है कि उसने महिला प्राचार्य को पक्की साजिश के तहत पेट्रोल डालकर जलाया था.'' विरदे ने बताया कि पुलिस ने श्रीवास्तव को मौके पर ले जाकर इस सनसनीखेज वारदात से जुड़े तमाम घटनाक्रम का नाट्य रूपांतरण भी कराया है.

गौरतलब है कि पुलिस ने वारदात की वजह को लेकर श्रीवास्तव से शुरुआती पूछताछ के हवाले से बताया था कि उसने बी. फार्मा. की परीक्षा जुलाई 2022 में उत्तीर्ण कर ली थी, लेकिन कई बार मांगे जाने के बावजूद बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी का प्रबंधन उसे उसका अंकपत्र नहीं दे रहा था.

बहरहाल, श्रीवास्तव के इस दावे को महाविद्यालय प्रबंधन गलत बता रहा है. प्रबंधन का कहना है कि कई बार सूचना दिए जाने के बावजूद श्रीवास्तव अपना अंकपत्र लेने महाविद्यालय नहीं आया. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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