केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह के खुफिया और ऑपरेशनल विफलता को खारिज किया है. छत्तीसगढ़ में हुए नक्सल हमले में 22 जवानों के शहीद होने पर पूरे मामले पर नजर रखने के लिए कुलदीप सिंह को भेजा गया है. उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में मारे गए नक्सलियों की सटीक संख्या बता पाना मुश्किल है लेकिन यह संख्या 25 से 30 होनी चाहिए. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के खुफिया या ऑपरेशनल विफलता का सवाल ही नहीं उठता है. क्योंकि अगर खुफिया स्तर पर कोई संदेह होता तो जवान मिशन पर ही नहीं जाते और अगर ऑपरेशनल विफलता होती तो इतनी बड़ी संख्या में नक्सली नहीं मारे जाते.
नक्सलियों के मारे जाने पर चर्चा करते हुए सीआरपीएफ के महानिदेशक ने कहा कि मृत और घायल नक्सलियों को ले जाने के लिए तीन ट्रैक्टरों का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे में मारे गए नक्सलियों की सटीक संख्या बता पाना तो मुश्किल होगा लेकिन यह संख्या 25 से 30 के बीच होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि वह इस ऑपरेशन में घायल हुए जवानों से भी मुलाकात करेंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस हमले में कुल 22 जवान शहीद हुए हैं.
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीजापुर में नक्सलियों संग मुठभेड़ को लेकर अपने आवास पर एक हाई-लेवल मीटिंग की. जिसमें गृह सचिव अजय भल्ला, इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टर अरविंद कुमार और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कुछ सीनियर अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बताते चलें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ में उस स्थान का दौरा करेंगे, जहां नक्सलियों के हमले में 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गये थे. इसके बाद वह सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे.