राम मंदिर के समारोह का न्योता ठुकराने के ‘‘पाप’’ के लिए कांग्रेस को माफी मांगनी पड़ेगी : डॉ मोहन यादव

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि समारोह का न्योता ठुकराने के फैसले में कांग्रेस का अहंकार बोल रहा है और एक ऐसी आंधी उठेगी कि यह 'पाप' करने वाले लोगों का अता-पता भी नहीं चलेगा.

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (फाइल फोटो).
इंदौर:

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से दूरी बनाने के लिए कांग्रेस पर बुधवार को प्रहार करते हुए कहा कि विपक्षी दल को 22 जनवरी को आयोजित कार्यक्रम का न्योता ठुकराने के ‘‘पाप'' के लिए जनता से माफी मांगनी पड़ेगी. यादव ने इंदौर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कहा,‘‘कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकरा कर देश के बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं को आहत किया है. इसके लिए कांग्रेस को निश्चित तौर पर (जनता से) माफी मांगनी पड़ेगी.''

उन्होंने कहा कि इस समारोह का न्योता ठुकराने के फैसले में कांग्रेस का अहंकार बोल रहा है और एक ऐसी आंधी उठेगी कि यह 'पाप' करने वाले लोगों का अता-पता भी नहीं चलेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘मॉरीशस सरीखे देश राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर हिंदू धर्मावलंबियों के लिए छुट्टी घोषित कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि भारत के एक दल (कांग्रेस) के लोग इतने अभागे हैं कि वे इस समारोह में शामिल होने के न्योते को ठुकरा रहे हैं.''

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है और राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के न्योते को खारिज किए जाने के ‘‘पाप'' के कारण जनता उन्हें नहीं बख्शेगी.

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यादव ने कहा,‘‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए कांग्रेस को उदार भाव से निमंत्रण दिया गया था. निमंत्रण देने वाले लोगों को भी पता था कि कांग्रेस ने राम मंदिर निर्माण के मामले को हमेशा उलझाए रखा और अदालत में हलफनामा देकर कई बार अड़ंगे लगाए.''

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उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस के पास अब भी समय है और उसे राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकराने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को 'दीपावली के नये त्योहार' की तरह मनाया जाएगा और इस अवसर पर हफ्ते भर का विशेष अभियान चलाया जाएगा.

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उन्होंने यह भी कहा कि उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य द्वारा अयोध्या में 2,000 साल पहले बनवाया गया राम मंदिर 500 साल पहले आए ‘‘आतंकवादियों'' ने तोड़ दिया था. मुख्यमंत्री ने दावा किया,‘‘उस वक्त बाबर कोई राजा या सम्राट नहीं बना था. आतंकवादियों का एक छोटा समूह आया जिसने बाद में हमारे देश पर कब्जा कर लिया.''

यादव ने इंदौर नगर निगम द्वारा शहर के विश्राम बाग में लोहे के 21 टन कबाड़ से बनवाई गई राम मंदिर प्रतिकृति का लोकार्पण किया. इससे पहले, उन्होंने एलआईजी चौराहे से नवलखा चौराहे तक 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ‘‘एलिवेटेड कॉरिडोर'' के निर्माण की नींव रखी.

अधिकारियों ने बताया कि इस गलियारे से शहर के व्यस्ततम मार्गों में शामिल एबी रोड पर यातायात का भारी दबाव कम होगा और लोगों के समय व ईंधन की बचत होगी. गलियारे का निर्माण दो साल में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.

मुख्यमंत्री यादव ‘‘जन आभार यात्रा'' के तहत बड़ा गणपति चौराहे से राजबाड़ा तक निकाले गए रोड शो में भी शामिल हुए.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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