छत्तीसगढ़ में विधायक बृहस्पति सिंह पर हमले के बाद सियासत तेज हो गई है. विधायक बृहस्पति सिंह के घर करीब 15-20 विधायक जुटे. विधायक दल की बैठक से पहले सभी विधायक उनके घर पर पहुंचे हैं. विधायक बृहस्पति सिंह पर अम्बिकापुर में शनिवार रात हमला हुआ था. उनका हालचाल जानने के लिए विधायक उनके घर पर पहुंचे हैं.
इसी बीच कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह का बड़ा बयाना आया है. उन्होंने हमले के पीछे स्वास्थ्य मंत्री का हाथ बताते हुए कहा, 'मुझे जान का खतरा है. मुझ पर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव हैं. वे महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं. हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक हो. मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'सोनिया गांधी और राहुल गांधी से शिकायत कर रहा हूं. विधायक दल की बैठक में अपनी बात रखूंगा. प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा उपाध्यक्ष से मैं शिकायत करूंगा. मुझे लगता है कि जिससे सरकार की छवि खराब हो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.'
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इस पर मंत्री सिंहदेव ने सिर्फ इतना कहा कि शायद भावना में ऐसी बात कह गये होंगे. पार्टी फोरम पर चर्चा करूंगा. सोमवार से छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है.
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बता दें, शनिवार शाम को अंबिकापुर में विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले के आगे निकलने से नाराज एक युवक ने काफिले की एक कार को रोका और उसके शीशे तोड़ दिए और सुरक्षाकर्मियों को गालियां दीं. पुलिस ने सचिन सिंहदेव और अन्य के खिलाफ आईपीसी और एससीएसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की. सचिन स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के रिश्तेदार हैं. बृहस्पति सिंह बलरामपुर से विधायक हैं जो सरगुजा संभाग के अंतर्गत आता है. यह क्षेत्र सिंहदेव का गढ़ माना जाता है.