छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने चुनाव आयोग ( Election Commission) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए मंगलवार को कहा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (BJP) उत्तर प्रदेश में चुनाव टालने के लिए षडयंत्र कर रही है. सीएम बघेल ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'निर्वाचन आयोग ने देशभर के स्वास्थ्य सचिवों की बैठक की है. वह किस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं यह मैं नहीं बता सकता.' उन्होंने कहा कि एक तरफ पश्चिम बंगाल में लोगों की मौत हो रही थी और लगातार (विधानसभा) चुनाव कराया जा रहा था. इस दौरान मांग की गई थी कि चुनाव एक ही चरण में करा दिया जाए, लेकिन इसे नहीं माना गया. आज ओमिक्रॉन के इक्कादुक्का मामले हैं फिर भी योगी इतना घबराए हुए हैं. बीजेपी चुनाव टालने के लिए साजिश तो नहीं कर रही? वह उत्तर प्रदेश के चुनाव को लेकर घबराई हुई तो नहीं है कि ऐसे कई प्रकार के कयास लगाये जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबकी निगाहें निर्वाचन आयोग पर है, वह क्या निर्णय लेता है. वैसे भी निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता अब संदिग्ध हो गई है. इसलिए कि यह स्वतंत्र संस्था है और जब आयोग प्रमुख को प्रधानमंत्री कार्यालय से मीटिंग के लिए बुलाया जाए और वह मीटिंग में शामिल हो तब फिर उसकी स्वतंत्रता पर प्रश्नवाचक तो लगेगा ही. ऐसी स्थिति में वही होगा जो पीएमओ कहेगा. रायपुर के धर्म संसद में धर्मगुरु कालीचरण महाराज द्वारा महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द कहा जाना और वीडियो जारी करके अपने बयान पर कायम रहने की बात कहने को लेकर बघेल ने कहा है कि उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज हो चुका है. यदि वह बहुत साहसी हैं तो यहां आकर वह आत्मसमर्पण करें. बाहर-बाहर इस प्रकार से बयानबाजी करने के बजाय वह आएं और आकर आत्मसमर्पण करें नहीं तो छत्तीसगढ़ पुलिस गिरफ्तार करेगी.
धर्म संसद में कांग्रेस नेताओं के शामिल होने और आयोजन करने को लेकर पूछे गए सवाल पर बघेल ने कहा कि धर्म संसद के आयोजक कांग्रेसी नहीं थे. धर्म संसद का उद्घाटन करने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह गए थे. क्या रमन सिंह कांग्रेस के निमंत्रण पर गए थे. पहले यह बताएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आयोजक हैं उनसे भी पुलिस पूछताछ करेगी. प्राथमिकी दर्ज हो गयी है. मामले की जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी के सवाल पर बघेल ने कहा कि इस मामले में गिरफ्तारी होगी, छोड़े जाने का सवाल ही नहीं उठता है. गौरतलब है कि रायपुर के रावणभाठा मैदान में रविवार शाम को दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण महाराज ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा की थी. इस दौरान कालीचरण महाराज ने कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए. धर्मगुरु के इस बयान के बाद सत्ताधारी दल कांग्रेस के नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है.