छत्तीसगढ़: स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में 4 बच्चों की मौत, बिजली गुल होने से वेंटिलेटर बंद होने का आरोप

छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज स्थित मातृ शिशु अस्पताल में 4 बच्चों की मौत हो गई. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बिजली जरूर कुछ देर के लिए बंद हुई थी, लेकिन वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट चालू था. बच्चों की हालत पहले से क्रिटिकल थी. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

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प्रतीकात्मक फोटो.

रायपुर:

छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज स्थित मातृ शिशु अस्पताल में 4 बच्चों की मौत हो गई. बच्चे स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में भर्ती थे. बताया जा रहा है कि रविवार रात को यहां बिजली गुल हुई. अगले दिन सुबह पता चला है कि 4 बच्चों की जान चली गई है. पूरे मामले को लेकर बच्चों के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण जान गई है. वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि बिजली जरूर कुछ देर के लिए बंद हुई थी, लेकिन वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट चालू था. बच्चों की हालत पहले से क्रिटिकल थी.

इस मामले में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि 4 बच्चों की मौत की जानकारी मुझे मिली है. इसलिए विभागीय प्रमुख अधिकारी, हेल्थ सेक्रेटरी को फोन कर तत्काल एक जांच टीम गठित कर जांच कराने के निर्देश दिए. टीएस सिंहदेव ने कहा, 'मैंने सीएम को भी इस बात की जानकारी दे दी है. इसके बाद खुद मंत्री सिंहदेव हेल्थ सेक्रेटरी के साथ अस्पताल पहुंचे. उन्होंने 48 घंटे के भीतर जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.'


एसएनसीयू में 46 बच्चे भर्ती थे
समाचार एजेंसी ANI की जानकारी के मुताबिक, सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर स्थित राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कालेज के एमसीएच में एसएनसीयू वार्ड है. यहां पर घटना के समय 46 नवजात भर्ती थे. इनमें से ज्यादातर बच्चों को वेंटिलेटर पर रखा गया था. इस दौरान देर रात करीब दो घंटे के लिए बिजली गुल हो गई. इसके चलते वहां लगे वेंटिलेटर और अन्य मशीनें बंद हो गईं. आक्सीजन सप्लाई भी प्रभावित होने की बात कही जा रही है. 

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रिपोर्ट के मुताबिक, बैकअप लाइन से सप्लाई की जा रही थी, लेकिन मेन लाइन को चलाने के लिए उसे भी बंद कर दिया गया. फॉल्ट होने के कारण मेन लाइन से बिजली नहीं आई और बैकअप भी बंद था. इस दौरान 4 बच्चों की मौत हो गई. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

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