- महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के बाद बंजारा समुदाय ने भी आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है.
- धाराशिव के मुरुम स्थित नाइकनगर में 32 वर्षीय बेरोजगार युवक पवन गोपीचंद चव्हाण ने आत्महत्या कर ली है.
- पवन गोपीचंद चव्हाण ने आरक्षण की मांग को लेकर सुसाइड नोट लिखकर अपनी जान देने का कारण स्पष्ट किया है.
महाराष्ट्र में आरक्षण की आग थमती नजर नहीं आ रही है. मराठा आरक्षण की मांग के बीच अब बंजारा समुदाय ने भी रिजर्वेशन की मांग को लेकर आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है. आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में एक बंजारे युवक ने आत्महत्या कर ली. आत्महत्या करने वाले युवक के परिजनों ने बताया कि उसने आरक्षण की मांग को लेकर अपनी जान दी है. युवक के पास से एक सुसाइट नोट भी मिला है. जिसमें आरक्षण की मांग की जिक्र है.
हैदराबाद गजट के अनुसार बंजारा आरक्षण की मांग
दरअसल हैदराबाद गजट के अनुसार बंजारा समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए एक युवक ने सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक का नाम पवन गोपीचंद चव्हाण है, परिजनों का दावा है कि पवन ने आरक्षण के लिए आत्महत्या की.
ग्रेजुएशन के बाद बेरोजगार था युवक
हैदराबाद गजट के अनुसार अनुसूचित जनजाति वर्ग में बंजारा समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए 32 वर्षीय स्नातक बेरोजगार पवन गोपीचंद चव्हाण द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटना धाराशिव के मुरुम स्थित नाइकनगर में घटी.
दो दिन आंदोलन में हिस्सा लेने के बाद आत्महत्या
मुरम के पास नाइक नगर निवासी एक स्नातक युवक ने आज सुबह 11 बजे अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. युवक ने दो दिनों तक आंदोलन में हिस्सा लिया था, जिसके बाद वे कल नाइक नगर आए थे. अपने घर में एक बांस के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
मृतक के जेब से मिला एक नोट
पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक संदीपन दहीफले घटनास्थल पर पहुंचे और उन्हें मृतक की जेब से एक नोट मिला. इसमें उन्होंने लिखा था कि हैदराबाद गज़ट के अनुसार अनुसूचित जनजाति वर्ग से बंजारा समुदाय को आरक्षण मिले. बताया जाता है कि मृतक पवन गोपींचद चव्हाण ने लातूर के शाहू कॉलेज से बी.कॉम की पढ़ाई की थी.