- महाराष्ट्र में मराठी और हिंदी भाषा विवाद के कारण आमलोगों के बीच झगड़े और तनातनी बढ़ती जा रही है.
- नवी मुंबई के एक कॉलेज के बाहर एक छात्र को मराठी में बात करने के लिए कहने पर दूसरे छात्रों ने हमला किया.
- हमला करने वाले छात्रों ने हॉकी स्टिक और डंडे से पीटकर घायल कर दिया, जिससे छात्र गंभीर रूप से घायल हुआ.
महाराष्ट्र में मराठी बनाम हिंदी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आमलोगों के बीच भी अब इस विवाद को लेकर तनातनी और झगड़ा देखने को मिल रहा है. पिछले दिनों ट्रेन में महिलाओं के बीच मराठी बनाम हिंदी विवाद को लेकर बहस हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. अब नवी मुंबई के एक कॉलेज के बाहर एक छात्र की कथित तौर पर पिटाई की गई, क्योंकि उसने व्हाट्सएप ग्रुप में दूसरों से मराठी में बात करने के लिए कहा था. लेकिन दूसरे स्टूडेंट्स को ये बात नागवार गुजरी और वे हॉकी और डंडे लेकर पहुंच गए.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी छात्र एक कॉलेज के व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा थे और उनमें से कुछ सोमवार को हिंदी में मैसेज लिख रहे थे. तभी एक अन्य छात्र ने मराठी में जवाब दिया, 'मराठी में बोलो, वरना राज ठाकरे आ जाएंगे.' राज ठाकरे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख हैं, जिसके कार्यकर्ताओं ने राज्य में कई लोगों पर मराठी भाषा का 'अपमान' करने के आरोप में हमला किया है. इन हमलों में ठाणे में एक दुकानदार पर और हाल ही में नांदेड़ में एक सार्वजनिक शौचालय में काम कर रहे एक व्यक्ति पर हमला शामिल है.
छात्र की टिप्पणी से व्हाट्सएप ग्रुप पर बहस छिड़ गई, जो बढ़ती ही गई. अगले दिन सुबह करीब 10:30 बजे, फैजान नाइक समेत चार छात्रों ने उस छात्र पर हमला कर दिया, जिसने उन्हें वाशी स्थित उनके कॉलेज के बाहर मराठी में बात करने के लिए कहा था. नाइक ने 20 वर्षीय छात्र के सिर पर हॉकी स्टिक से भी वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया.
सहायक पुलिस आयुक्त (वाशी) आदिनाथ बुधवंत ने बताया कि छात्र से मारपीट के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. बुधवंत ने कहा, 'दो समूहों के बीच हुए विवाद के संबंध में वाशी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. यह विवाद समूह पर टिप्पणी को लेकर दो व्यक्तियों के बीच हुई बहस का परिणाम था.' उन्होंने आगे कहा, 'शिकायतकर्ता को कथित तौर पर डंडे से भी पीटा गया. मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'
मनसे प्रवक्ता गजानन काले और अन्य मनसे कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और हमलावर छात्रों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करने की मांग की. काले ने कहा कि हमने छात्र और उसके परिवार से भी मुलाकात की है.