मुंबई में हिंदी और मराठी भाषा को लेकर सियासत एक बार फिर गर्मा गई है. रविवार दोपहर 3 बजे शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने आजाद मैदान में महाराष्ट्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी किए गए सरकारी आदेश (GR) की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. इस प्रदर्शन का नेतृत्व खुद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे करेंगे.
इससे कुछ घंटे पहले ही भाजपा नेता राम कदम ने इस विरोध को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) पर दोहरे रवैये का आरोप लगाया और मुंबई के घाटकोपर इलाके में 2022 में MVA सरकार द्वारा जारी GR की 'होलिका' दहन कर विरोध जताया.
राम कदम का कहना है कि वर्ष 2022 में जब राज्य में महाविकास आघाड़ी (MVA) की सरकार थी, तब खुद उन्होंने तीन भाषाओं को समर्थन देते हुए हिंदी को भी मान्यता देने वाला GR जारी किया था. अब वही लोग उसका विरोध कर रहे हैं, जो उस समय सरकार में शामिल थे.
भाषा को लेकर शुरू हुआ यह संघर्ष अब राजनीतिक मोड़ ले चुका है, जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे के पुराने फैसलों को हथियार बनाकर निशाना साध रहे हैं.