Maharashtra: वसूली केस में एक आरोपी गिरफ्तार, सचिन वाजे की तरफ से होटल मालिकों से करता था उगाही

आरोपितों ने एक-दूसरे की मिलीभगत से शिकायतकर्ता के होटल और बार के खिलाफ केस दर्ज करने का डर दिखाकर 11.92 लाख रुपये की उगाही की. इस मामले में अब आरोपी सुमित सिंह को गिरफ्तार किया गया है.

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मुंबई:

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Param Bir Singh) के खिलाफ वसूली का एक और मामला (Extortion Case) दर्ज किया गया है. यह मामला गोरेगांव पुलिस थाने में दर्ज किया गया है. FIR के बाद पुलिस ने सुमित सिंह नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है. मामले में परमबीर सिंह और सचिन वाजे (Sachin Waze) मुख्य आरोपी हैं. गोरेगांव थाने में दर्ज हुए वसूली के मामले में, परमबीर सिंह और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के अलावा चार अन्य - सुमित सिंह उर्फ चिंटू, अल्पेश पटेल, विनय सिंह उर्फ बबलू और रियाज भाटी- को भी आरोपी के तौर पर नामजद किया गया है. 

आरोप है कि आरोपितों ने एक-दूसरे की मिलीभगत से शिकायतकर्ता के होटल और बार के खिलाफ केस दर्ज करने का डर दिखाकर 11.92 लाख रुपये की उगाही की. इस मामले में अब आरोपी सुमित सिंह को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि सुमित सिंह वझे की ओर से होटल मालिकों से पैसे वसूल करता था. 

समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा के मुताबिक, अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मुंबई पुलिस ने परमबीर सिंह के खिलाफ वसूली का एक और मामला दर्ज किया है. यह सिंह के खिलाफ चौथा और मुंबई में दूसरा ऐसा मामला है. दो अन्य मामले ठाणे शहर में दर्ज किए गए हैं. ये सभी प्राथमिकियां एक महीने के भीतर दर्ज हुई हैं. अधिकारी ने बताया कि नयी प्राथमिकी 48 वर्षीय बिल्डर बिमल अग्रवाल की शिकायत के आधार पर शुक्रवार रात को गोरेगांव पुलिस थाना में दर्ज की गई. 

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अग्रवाल की शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने दो बारों एवं रेस्तरां पर छापेमारी नहीं करने के एवज में उससे नौ लाख रुपये की उगाही की और उनके लिए लगभग 2.92 लाख रुपये के दो स्मार्टफोन खरीदने के लिए भी मजबूर किया. इन बारों एवं रेस्तरां को शिकायतकर्ता साझेदारी में चलाता था. शिकायत में कहा कि यह घटना जनवरी 2020 से मार्च 2021 के बीच हुई. 

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अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर छह आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 384 और 385 (दोनों वसूली से संबंधित धाराएं) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले में जांच जारी है. सिंह वर्तमान में डीजी होमगार्ड के पद पर तैनात हैं और बीमारी की छुट्टी पर होने के कारण मई से कार्यालय नहीं आ रहे हैं.

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22 जुलाई को मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ने सिंह, पांच अन्य पुलिसकर्मियों और दो अन्य लोगों के खिलाफ एक बिल्डर से कथित तौर पर 15 करोड़ रुपये मांगने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. अगले दिन ठाणे के कोपरी थाने में उनके और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ वसूली का एक और मामला दर्ज किया गया. व्यवसायी केतन तन्ना द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 30 जुलाई को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के खिलाफ ठाणे नगर थाने में रंगदारी का एक और मामला दर्ज किया गया था. 

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सिंह को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से इस साल मार्च में हटा दिया गया था जब मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से लदा वाहन मिलने के मामले में बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया गया था. सिंह ने बाद में राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. 

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