एकनाथ शिंदे- अजित पवार तनाव: महायुति गठबंधन में उथल-पुथल, जानें क्या है वजह

टकराव का मुख्य कारण वित्त मंत्री अजित पवार द्वारा विभिन्न विभागों को धन बांटने का तरीका है. शिवसेना के मंत्रियों को लगता है कि धन का आवंटन असमान रूप से किया जा रहा है, जो बीजेपी और एनसीपी के मंत्रियों के विभागों को फायदा पहुंचा रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

महाराष्ट्र में महायुती गठबंधन जब से सत्ता में वापस आया है तबसे उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खबरों में बने हुए हैं. कभी अपनी नाराजगी को लेकर तो कभी कॉमेडियन कुणाल कमरा की वजह से. ताजा मामला उनके अजित पवार से टकराव का है. महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शिंदे ने पूरे मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप की फरियाद की है.

एकनाथ शिंदे और अजित पवार दोनों उपमुख्यमंत्री हैं और अपनी-अपनी पार्टियों, शिवसेना और एनसीपी के प्रमुख हैं. विधानसभा में ताकत के हिसाब से शिवसेना दूसरे स्थान पर है, उसके बाद एनसीपी, जबकि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है हालांकि शिंदे खेमा महसूस करता है कि उसे सरकार के भीतर सौतेला व्यवहार मिल रहा है. शिंदे और पवार के बीच टकराव राज्य के सियासी पंडितों को स्पष्ट दिखाई दे रहा है.

टकराव का मुख्य कारण वित्त मंत्री अजित पवार द्वारा विभिन्न विभागों को धन बांटने का तरीका है. शिवसेना के मंत्रियों को लगता है कि धन का आवंटन असमान रूप से किया जा रहा है, जो बीजेपी और एनसीपी के मंत्रियों के विभागों को फायदा पहुंचा रहा है. शिवसेना के पास वाले राज्य परिवहन निगम के कर्मचारियों को अधूरा वेतन भुगतान इसका हालिया उदाहरण है, जिसने दोनों सहयोगियों के बीच तनाव पैदा किया. साथ ही वित्त विभाग द्वारा फाइलों को मंजूरी में देरी ने भी शिंदे सेना को नाराज किया है.

Advertisement

शिंदे और पवार के बीच एक और विवाद विभिन्न जिलों के लिए प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर है. नासिक और रायगढ़ दो विवादास्पद जिले हैं, जहां दोनों नेता अपने लोगों को प्रभारी मंत्री बनाना चाहते हैं. इस विवाद के कारण मुख्यमंत्री फडणवीस ने इन दो जिलों के लिए नियुक्तियों को स्थगित रखा है.

Advertisement

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकनाथ शिंदे ने अपनी चिंताओं से अमित शाह को अवगत कराने के लिए उनके साथ दो गुप्त बैठकें कीं हालांकि कैमरे पर शिंदे ने पवार के खिलाफ शिकायत करने से इनकार किया है. पवार ने भी दावा किया कि उनके और शिंदे के बीच सब ठीक है. 

Advertisement

यह देखना दिलचस्प होगा है कि महायुति गठबंधन के भीतर आंतरिक कलह का आगामी नागरिक निकाय चुनावों पर कोई प्रभाव पड़ेगा या नहीं हालांकि तीनों पार्टियों ने पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ लड़े थे, यह अभी अस्पष्ट है कि वे नागरिक निकाय चुनावों में गठबंधन में लड़ेंगे या नहीं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
JP Nadda On Nishikant Dubey: निशिकांत दुबे के बयान से BJP का किनारा | Breaking News | NDTV India
Topics mentioned in this article