महाराष्ट्र की जनता इन सीटों से करेगी तय, आखिर कौन है शिवसेना का असली 'सेनापति'

मुंबई में ठाकरे परिवार का दबदबा है तो पुणे सीएम एकनाथ शिंदे का अपना क्षेत्र है. इस चुनाव में जीत से ये भी तय हो जाएगा कि आखिर जनता किसे अपना असली सेनापति और किसे असली शिवसेना मानती है. 

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उद्धव या शिंदे, किसे मिलेगा जनता का प्यार
मुंबई:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव इस बार पहले के कई चुनावों की तुलना मे काफी दिलचस्प है. इसकी एक वजह जहां  महाविकास अघाड़ी और महायुति गठबंधन के बीच का मुकाबला है तो दूसरी तरफ ये चुनाव उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुटे के बीच की लड़ाई के कारण भी खासा चर्चाओं में रहा है. इस चुनाव में महाराष्ट्र की जनता के साथ-साथ उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की राजनीतिक भविष्य का भी फैसला होगा. और इन दोनों की नेताओं की किस्मत का फैसला करेंगे वो 18 सीटें जिनपर शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) और शिवसेना आमने-सामने हैं. 

मुंबई में ठाकरे परिवार का दबदबा है तो पुणे सीएम एकनाथ शिंदे का अपना क्षेत्र है. इस चुनाव में जीत से ये भी तय हो जाएगा कि आखिर जनता किसे अपना असली सेनापति और किसे असली शिवसेना मानती है. 

शिवसेना में बंटवारे के बाद दूसरी बार आमने-सामने  होगें उद्धव और शिंदे

शिवसेना में बंटवारे के बाद ये दूसरा मौका होगा जब उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट चुनावी मैदान में एक दूसरे से भिड़ रहा है. अगर बात लोकसभा चुनाव की करें तो उस चुनाव में शिंदे की सेना मुंबई की तीन सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इसमे से उसे सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी. अब इस विधानसभा चुनाव में मुंबई की 10 पुणे की दो और कल्याण की कुल तीन सीटों पर शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) और शिवसेना के बीच मुकाबला है. इन सीटों में कोपरी-पचपाखड़ी और वर्ली जैसी हाई प्रोफाइल सीट भी शामिल है. वर्ली में मिलिंद देवड़ा का सीधा मुकाबला उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे से है. वहीं सीएम शिंदे की सीट कोपरी-पचपाखड़ी में शिवसेना (उद्धव बाला साहेब) ने उनके गुरु कहे जाने वाले आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को मैदान में उतार है. 

उद्धव और शिंदे का भाग्य तय करेगी महाराष्ट्र की जनता 

महाराष्ट्र का ये विधानसभा चुनाव सूबे के दो सबसे बड़े नेताओं का भाग्य भी तय करेगा. इस चुनाव से काफी हद तक ये भी तय हो  जाएगा कि आखिर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे में से महाराष्ट्र की जनता किसे ज्यादा प्रभावशाली और नेतृत्व करने की क्षमता रखने वाला नेता मानती है. अब तो इस बात का फैसला नतीजे वाले दिन ही होगा कि आखिर सूबे की जनता ने किसे अपना नेता मानकर उनकी किस्मत को ईवीएम में कैद किया है. 

विधानसभा सीट    शिवसेना शिवसेना (UBT)
बायकुला           यामिनी जाधव      मनोज कामसुतकर

वर्ली              
    मिलिंद देवड़ा आदित्य ठाकरे
माहिम           सदा सरवणकर   महेश सावंत
जोगेश्वरी ईस्ट            मनीष वालकरअनंत नार
मागाठाणे              प्रकाश सुर्वे     उदेश पाटेकर
कुर्ला             मंगेश कुडालकर       प्रवीणा मोजकर
विक्रोली                सुवर्णा करांजेसुनील राउत
डिंडोशी                संजय निरूपमसुनील प्रभु
चेंबूर             तुकाराम काटे     प्रकाश फाटेफेकर

अंधेरी ईस्ट         
 मुरजी पटेल     रूतुजा लटके
भांडुप                अशोक पाटिलरमेश कोरागांवकर
शिवरी                  NA      अजय चौधरी
कोपरी-पाचपाखाड़ी        एकनाथ शिंदेकेदार दीघे
अंबरनाथ        बालाजी किनिकर   राजेश वानखेड़े
कल्याण वेस्ट        विश्वनाथ भोइर    सचिन वसारे
भिवंडी रूरल           शांताराम मोरे  महादेव घटल
    कल्याण रूरल                राजेश मोरे सुभाष भोइर
ओवला-माजिवडा        प्रताप सरनाईकनरेश मनेरा

मुंबई की 10 सीटों पर आमने-सामने हैं ये दोनों गुट

महाराष्ट्र के अलावा मुंबई की 10 सीटों पर शिवसेना और शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) गुट एक दूसरे के आमने-सामने हैं. इन सीटों में माहिम की पारंपरिक सीट भी शामिल है. माहिम से शिंदे गुट के सदा सर्वणकर का सीधा मुकाबला उद्धव गुट के महेश सावंत से है. माहिल और वर्ली की सीट के अलावा जिन सीटों पर ये दोनों गुट आमने-सामने हैं उनमें शामिल हैं जोगेश्वरी ईस्ट, मगथाने, कुर्ला, विक्रोली, डिंडोशी,चेंबूर और अंधेरी जैसी सीटें शामिल हैं. 

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