मुंबई कांग्रेस में अंदरूनी कलह: भाई जगताप ने किया वर्षा गायकवाड़ पर पलटवार, पढ़ें क्या कुछ कहा

भाई जगताप ने कहा कि अगर वर्षा गायकवाड़ ऐसा कह रही है तो उनसे पूछना चाहिए कि वह मीटिंग के दौरान कुछ और बात कहती हैं, बाहर कुछ और बात कहती हैं ये दोगली नीति क्यों है?

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कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा कि बीएमसी चुनाव में गठबंधन को लेकर जो मैंने बयान दिया था कि हम अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं, ऐसा उन्होंने अकेले नहीं कहा था. पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी की मीटिंग में जितने भी सदस्य थे सभी ने यही बात कही थी. वर्षा गायकवाड, अस्लम शेख, अमीन पटेल और नसीम खान सभी ने अपनी बात अपने नेताओं के सामने रखी कि हमें अकेले चुनाव लड़ने दो. महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेनिथला के सामने ये बात रखी. अंत में हमने यह भी कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जो निर्णय लेगा वह हमें मंजूर होगा.

कांग्रेस सांसद और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्ट किया था कि कांग्रेस के भाई जगताप द्वारा बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने का बयान उनका निजी बयान है और पार्टी में फैसले अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी लेते हैं, जिसका हम सभी पालन करते हैं. जब भाई जगताप से वर्षा गायकवाड़ के स्पष्टीकरण के बारे में पूछा गया, तो भाई जगताप ने कहा वर्षा गायकवाड़ दोगली नीति क्यों अपना रही है?

भाई जगताप ने कहा कि अगर वर्षा गायकवाड़ ऐसा कह रही है तो उनसे पूछना चाहिए कि वह मीटिंग के दौरान कुछ और बात कहती हैं, बाहर कुछ और बात कहती हैं ये दोगली नीति क्यों है? जब मैं अध्यक्ष था तब मैं डंके की चोट पर कहता था कि हम अकेले चुनाव लड़ेंगे. उस वक्त तो हमारी सरकार भी थी. हमने शिवसेना के साथ कभी भी बीएमसी का चुनाव नहीं लड़ा. तो ये सवाल आपको उनसे करना चाहिए कि वह मीटिंग में नेताओं के सामने अलग बात कहती हैं और मीडिया के सामने कुछ अलग बातें रखती हैं. आखिरकार ऐसा क्यों है? इसका जवाब तो वह दे सकती है मैं कैसे दे सकता हूं।

इससे साफ पता चलता है कि मुंबई कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुंबई कांग्रेस में दो समूह हैं, एक जो अकेले चुनाव लड़ना चाहता है, जबकि दूसरा जो गठबंधन में बीएमसी चुनाव लड़ना चाहता है। आगे चलकर ये मतभेद निश्चित रूप से आगामी बीएमसी चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाएंगे।

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