400 रुपये में भाड़े पर लिया रिक्शा, जीजा ने की मदद... खुल गई कैंसर पीड़ित दादी को कूड़े में फेंकने वाले पोते की पोल

पोते सागर शेवाले के बयानों में विरोधाभास की वजह से पुलिस को उस पर शक हुआ. जिसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ की गई. जिसमें इसने ये कबूल कर लिया कि उसने ही अपने जीजा और रिक्शा-ड्राइवर की मदद से दादी को रात 3:30 बजे कूड़े में फेंका था.

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पोते ने दादी को कचरे में फेंका.
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  • मुंबई में पोते ने अपनी कैंसर पीड़ित दादी को कचरे में फेंका.
  • पुलिस ने पोते सागर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
  • सागर ने दादी को फेंकने की बात स्वीकार की है.
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मुंबई:

मुंबई में हाल ही में रिश्तों को ही नहीं इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया था. एक पोता अपनी कैंसर पीड़ित दादी को कचरे के ढेर (Grandson Thrown Grandmother In Garbage) में फेंक गया था. जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित महिला यशोदा गायकवाड़ के पोते का पता लगाया. हालांकि अपनी सफाई में पोते ने कहा कि उसने दादी को कचरे में नहीं फेंका. उनको घर से  निकलने की आदत थी. लेकिन पुलिस जांच में साफ हो गया है कि पोता झूठ बोल रहा है. उसने ही दादी यशोदा को कूड़े के ढेर में फेंका था. पुलिस अगर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है.

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अस्पताल ने भर्ती करने से मना किया, दादी को कूड़े में फेंका

 पुलिस जांच में पता चला है कि पोते ने दो अन्य लोगों की मदद से मुंबई की आरे कॉलोनी के कचरे के ढेर में अपनी दादी को फेंका था. जिसके बाद आरोपी पोते और उसके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस जांच के मुताबिक, 70 साल की बीमार बुजुर्ग यशोदा गायकवाड़ ने बीते शुक्रवार की रात, आक्रमक होते हुए खुद का गला घोंटने की कोशिश की थी, पोते पर भी हाथ उठाया था. 

घबराए पोते सागर ने अपने जीजा को फोन किया और दोनों यशोदा को पास के शताब्दी अस्पताल ले गए लेकिन अस्पताल ने उनको भर्ती करने से मना कर दिया. अस्पताल के सीसीटीवी से पता चला है कि सागर देर रात 2:23 बजे अस्पताल पहुंचा और 2:40 पर वहां से निकल गया.  

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पोते ने कबूला कैसे दादी को कूड़े में फेंका

बता दें कि आरोपी पोते सागर शेवाले के बयानों में विरोधाभास की वजह से पुलिस को उस पर शक हुआ. जिसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ की गई. जिसमें इसने ये कबूल कर लिया कि उसने ही अपने जीजा और रिक्शा-ड्राइवर की मदद से दादी को रात 3:30 बजे कूड़े में फेंका था.

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400 रुपये में भाड़े पर लिया था रिक्शा

रिक्शा ड्राइवर कुदशिम को उसने इस काम के लिए 400 रुपये दिए थे. वह फिल्मसिटी में काम करता था इसलिए पास के आरे इलाकों को अच्छी तरह से जानता था. बता दें कि आरे पुलिस पोते सागर शेवाले के साथ उसके जीजा बाबा साहब गायकवाड़, और रिक्शा ड्राइवर संजय कुदशिम को हिरासत में लेकर जांच कर रही है. वहीं स्किन कैंसर से जूझ रही बुजुर्ग महिला का इलाज मुंबई के कूपर अस्पताल में चल रहा है.

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