औरंगाबाद में शिवसेना की सभा में सीएम उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बाला साहेब कहते थे खटमल मारने के लिए तोप की जररूत नहीं है. हिंदुत्व हमारी सांस है, हिंदुत्व हमारी नस में बहता है. वहीं सीएम ने औरंगाबाद के पानी की समस्या का भी जल्द से जल्द निदान निकालने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि औरंगाबाद के पानी की समस्या को जल्द से जल्द हल किया जायेगा. एक भी पैसा कम नहीं पड़ने दूंगा.
बीजेपी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि पिछले दिनों विरोधियों ने आक्रोश मोर्चा निकाला था. वो पानी के लिए नही, सत्ता जाने का आक्रोश था. क्योंकि इसके पहले 5 साल तक वो सत्ता में थे तब क्यों नही किया? पूछते हैं संभाजी नगर कब करोगे ? ये कौन पूछ रहा है? बाला साहेब ने संभाजी नगर नाम दिया था. वो हम पूरा करेंगे. विधानसभा में एयरपोर्ट का नाम संभाजी नगर करने का पास हुआ है, लेकिन केंद्र सरकार ने क्यो रोक रखा है? रूपया गिर रहा है, लेकिन हमें चिंता मंदिरों की है, कौन से से मस्जिद में शिवलिंग दबा है?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाबरी मस्जिद तोड़ने में शिवसेना कहा थीत, पूछ रहे रहें हैं. अपने अतुल सावे से पूछो, उनके पिताजी बाबरी मस्जिद तोड़ने में गए थे कि नहीं? बाला साहेब ने बाबरी तोड़ने की जिम्मेदारी नहीं लिया होता तो ? आडवाणी जी से पूछो. कश्मीरी पंडितों की रोज हत्या हो रही है, लेकिन उसकी चिंता नहीं है. जाओ ना कश्मीर में हनुमान चालीसा पढ़ो. मर्द हो तो वहां जाकर हनुमान चलीसा पढ़ो.
बीजेपी के प्रवक्ता बेलगाम बात कर रहे हैं. हमने अभी संयम रखा है, लेकिन ये संयम हमेशा रहेगा ये जरूरी नहीं है. क्या कभी बाला साहेब ने मुसलमानों के खिलाफ बोला. हम दूसरे धर्मों का अपमान नहीं करते. हमारे प्रधानमंत्री की तस्वीर कचरा कुंडी पर लगाई जा रही है. ये भारत की नहीं, बीजेपी की गलती है. बीजेपी की भूमिका देश की भूमिका नहीं हो सकती. आज मोहन भागवत ने अच्छी भूमिका ली है. सभी मस्जिदों के नीचे शिवलिंग खोजने की जरूरत नहीं.
आज जो कश्मीर में चल रहा है ? ऐसा ही एक सैनिक था, जिसने कई आतंकियों को मारा था. एक दिन उसका शव सेना को मिला. पता है उसका नाम क्या था औरंगजेब. वो देश के लिए मरा. धर्म कोई भी हो देश के लिए जो समर्पित है. ऐसा है हमारा हिन्दुत्व.
ढाई साल हो गए सरकार को. भरोसा नहीं हो रहा है. जिन्हे रोज सपना पड़ता है कि आज सरकार गिरेगी.उन्हें भरोसा नहीं हो रहा है, बिना किसी अनुभव के इतनी अच्छी सरकार चल रही है ये आप सब के आशीर्वाद से. सालों पहले जो गोद में थे, आज कट्टर शत्रु बन छाती पर बैठे हैं. जो दुश्मन थे वो आज हमारे मित्र हैं. सरकार में सहयोग कर रहे हैं. इतना साल जिसने तुमको बढ़ाया, सहयोग दिया. उससे इतनी दुश्मनी? अच्छे दिन कब आएंगे ? कब आएंगे?
प्रधानमंत्री ने कहा आजकल विरोधी कुछ भी बोलते हैं. मेरा प्रधानमंत्री से निवेदन है देश के सब मुख्यमंत्रियों को बुलाइए और बताइए हम तैयार हैं, लेकिन जो बोले उसे करना चाहिए. निवेशक नहीं आए, इसके लिए महाराष्ट्र कानून व्यवस्था का प्रश्न उठाया जा रहा है. एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. हिम्मत है तो कश्मीर में एजेंसियों का छापा डाल कर दिखाओ. क्या कोई बीजेपी का प्रवक्ता कश्मीरी पंडितों की हत्या पर बोलता है? कश्मीरी पंडितो के लिए हम खड़े हैं. बांग्लादेशी यहां आकर रह सकते हैं तो कश्मीरी पंडित कश्मीर में क्यो नहीं रह सकते ? हमारे मन में राम जरूर है, लेकिन हाथ में काम नहीं है तो वो हिंदुत्व किसी काम का नहीं. हमारा हिन्दुत्व हाथ को काम देने वाला है.