घर में आने वाला था जमीन बिकने का पैसा, पड़ोसियों ने बच्चे को किया अगवा, लेकिन पैसे मांगने से पहले ही मार डाला

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जीतू के पिता को खेत बेचने के बाद पैसे मिलने वाले थे, इस बात की जानकारी पड़ोस में रहने वाले आरोपियों को थी.

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घटनास्थल पर छानबीन में जुटी पुलिस और बच्चे की फाइल फोटो.
नागपुर:

ऊपर तस्वीर में आप जिस बच्चे को देख रहे हैं, वो कल तक अपने परिवार में हंसी-खुशी का कारण था. लेकिन आज मातम की वजह बन चुका है. लेकिन इसमें उस बच्चे का कोई कसूर नहीं था. कसूर था तो हमारे समाज का. दरअसल बच्चे के पिता ने अपनी एक जमीन बेची थी. जिसका पैसा उसके घर में आने ही वाला था. जिसकी जानकारी पड़ोस में रहने वाले लोगों को थी. पैसा घर में आता उससे पहले ही पड़ोसियों ने एक खतरनाक साजिश रची. तीन लोगों ने मिलकर घर के बच्चे को अगवा कर लिया. सोचा बच्चे की रिहाई के बदले फिरौती की मांग करेंगे. लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि पैसा मांगने वाले पहले ही बच्चे की हत्या कर दी. दिल दहला देने वाली यह घटना महाराष्ट्र के नागपुर से सामने आई है. जहां खापरखेडा में 11 साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या कर देने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

नागपुर के खापरखेडा क्षेत्र की घटना

दरअसल नागपुर जिले के खापरखेडा क्षेत्र से एक चौंकाने वाली दुखद घटना सामने आई है. यहां उसी गांव के तीन लोगों ने मिलकर एक 11 साल के बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. नागपुर पुलिस ने शव मिलने के कुछ ही घंटों में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बच्चे के पिता को खेत बेचने के बाद पैसे मिलने वाले थे, इस बात की जानकारी पड़ोस में रहने वाले इन युवकों को थी.

उन्होंने बच्चे का अपहरण तो किया, लेकिन फिरौती के लिए पैसे मांगने से पहले ही लडका सवाल पूछने लगा तो उसका गला दबाकर खून कर दिया. अब इस मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाकर आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की जा रही है.

जहां बच्चे की लाश मिली, उस ओर जाती स्थानीय लोगों की भीड़.

15 सितंबर को स्कूल के लिए निकला था बच्चा, फिर हुआ गायब

खापरखेडा के चनकापूर में बुधवार सुबह 11 वर्षीय छात्र की हत्या का यह सनसनीखेज मामला सामने आया. बच्चे का नाम जीतू युवराज सोनेकर था, जो शंकरराव चव्हाण विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ता था. जीतू 15 सितंबर को स्कूल के लिए घर से निकला था, लेकिन स्कूल की छुट्टी होने के बाद भी वह घर नहीं लौटा. उसकी गुमशुदगी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई थी.

डब्ल्यूसीएल कॉलोनी के पास स्कूल ड्रेस में मिली बच्चे की लाश

उसके दोस्तों ने बताया कि जीतू को एक कार में बैठाया गया था. परिवार ने पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस ने खोज शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. आखिरकार, आज बुधवार सुबह चनकापूर में डब्ल्यूसीएल कॉलोनी के पास एक चरवाहे को झाड़ियों में एक बच्चे का शव मिला, जो स्कूल ड्रेस में था. तुरंत फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की. पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि बच्चे की गला दबाकर हत्या की गई थी.

बच्चे की अगवा कर हत्या किए जाने के आरोप में गिरफ्तार तीनों शख्स.

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जीतू के पिता को खेत बेचने के बाद पैसे मिलने वाले थे, इस बात की जानकारी पड़ोस में रहने वाले आरोपियों को थी. पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया और कुछ ही घंटों में चनकापूर के तीनों आरोपी राहुल पाल, अरुण भारती और यश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया.

बच्चे के सवाल से परेशान होकर आरोपियों ने कर दी हत्या

आरोपियों का मकसद बच्चे का अपहरण कर उसके पिता से फिरौती मांगना था, लेकिन अपहरण के बाद जब बच्चा सवाल पूछने लगा, तो उन्होंने उसका गला दबाकर हत्या कर दी. दो दिनों तक वे शव को छिपाकर रखे हुए थे और लाश को कहाँ फेंकें, इसी कश्मकश में थे. इस बीच, बच्चे के लापता होने का मामला गरमाने लगा, तो उन्होंने आखिरकार शव को कॉलोनी के पुराने खाली घरों के पास झाड़ियों में फेंक दिया. नागपुर पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर कुछ ही घंटों में तीनों आरोपियों को पकड़ लिया.

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