- मध्य प्रदेश के सागर जिले के देवरी तहसील में महिला तहसीलदार ने किसान को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारा
- वीडियो में देखा गया कि खाद के लिए लाइन में खड़े किसान और तहसीलदार के बीच विवाद के बाद थप्पड़ की घटना हुई
- किसानों की भारी भीड़ खाद संकट के कारण कृषि केंद्र पर इकट्ठा थी, जहां तहसीलदार भीड़ नियंत्रण के लिए आई थीं
मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में एक बेहद हैरान कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने प्रशासनिक कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सोमवार को देवरी तहसील में, खाद लेने के लिए लाइन में खड़े एक किसान को कथित तौर पर महिला तहसीलदार द्वारा सरेआम थप्पड़ मारते हुए देखा गया है.
क्या है वायरल वीडियो में?
वायरल वीडियो देवरी के कृषि केंद्र का बताया जा रहा है. प्रदेशभर में रबी सीजन की तैयारियों के चलते किसान खाद संकट से जूझ रहे हैं और घंटों लाइन में लगने को मजबूर हैं. सोमवार को भी देवरी में बड़ी संख्या में किसान कृषि केंद्र पर खाद के लिए इकट्ठा हुए थे.
रिपोर्ट के अनुसार, तहसीलदार मैडम किसानों की भीड़ को नियंत्रित करने या खाद संकट पर बात करने के लिए मौके पर पहुंची थीं. वीडियो में देखा जा सकता है कि वे लाइन में खड़े किसानों से बात कर रही हैं, तभी अचानक उन्होंने एक किसान के गाल पर जोरदार थप्पड़ जड़ दिया.
कहासुनी के बाद हुआ 'थप्पड़ कांड'
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि किसानों की भारी भीड़ थी. इसी दौरान तहसीलदार मैडम और थप्पड़ खाने वाले किसान के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई. कहासुनी का सटीक मुद्दा अभी साफ नहीं है, लेकिन बहस इतनी बढ़ गई कि तहसीलदार ने अपना आपा खो दिया और किसान को थप्पड़ मार दिया.
किसानों में आक्रोश, प्रशासन मौन
महिला तहसीलदार द्वारा किसान को सरेआम थप्पड़ मारे जाने की इस घटना के बाद किसानों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो तेज़ी से फैल रहा है, जहां कई लोग तहसीलदार मैडम के इस कृत्य की कड़ी निंदा कर रहे हैं और उनके खिलाफ सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
फिलहाल, इस 'थप्पड़ कांड' को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. मामला जांच के अधीन है. अधिकारी वीडियो की सत्यता की जांच में जुटे हैं, क्योंकि वायरल वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि करना अभी बाकी है.
(एनडीटीवी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता)