World Day Of Social Justice 2025: हर साल 20 फरवरी के दिन विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद सभी नागरिकों के बीच समानता और न्याय को बढ़ावा देना है. व्यक्ति का धर्म, लिंग या जाति कोई भी हो उसे समान अधिकार देने और सामाजिक असमानता, भेदवाद, बेरोजगारी और मानवाधिकारों के हनन जैसे मुद्दों को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है. कोई देश तब ही असल रूप में विकास करता है जब उसके नागरिकों को एकसमान अधिकार प्राप्त हों. विश्व सामाजिक न्याय दिवस का मकसद लोगों को समान अवसर प्रदान करने पर जोर देना है जिससे वे जीवन में सामाजिक और आर्थिक उन्नति कर सकें. जानिए इस दिन को मनाने की शुरुआत कब हुई और इस साल किस थीम (Theme) पर विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जा रहा है.
बदलते मौसम में इम्यूनिटी को मजबूत बनाएंगी ये 5 आदतें, डॉक्टर ने दी सलाह
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का इतिहास | World Day Of Social Justice History
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 2007 में 20 फरवरी को विश्व सामाजिक दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. दुनियाभर में सामाजिक न्याय, एकजुटता और संसाधनों के समान वितरण को बढ़ावा देने के प्रयास को मजबूत करते हुए इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया.
विश्व सामाजिक न्याय दिवस को पहली बार 2009 में मनाया गया था. गरीबी, असमान व्यवहार और बेराजगारी कम करने की जरूरत पर प्रकाश डालते हुए इस दिन को मनाया गया.
साल 2025 में विश्व सामाजिक न्याय दिवस की थीम है - सशक्तीकरण समावेशन: सामाजिक न्याय के लिए अंतर को कम करना, जो सभी को उनकी पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना समान अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है. इस साल की थीम लोगों को समान अवसर प्रदान करने और उनका चाहे कोई भी बैकग्राउंड हो उनके सामाजिक अंतर को कम करने पर जोर देती है.
- जहां अन्याय होगा, वहां शांति संभव नहीं.
- सामाजिक न्याय का अर्थ है - सबको समान अवसर और सम्मान.
- समानता एक कल्पना नहीं बल्कि हर समाज की अनिवार्यता होनी चाहिए.
- सच्चा समाज वही है जहां हर व्यक्ति को समान अधिकार मिले.
- समाज की महानता इस बात से आंकी जाती है कि वह अपने सबसे कमजोर वर्ग के साथ कैसा व्यवहार करता है.
- जब तक दुनिया में अन्याय रहेगा, तब तक न्याय की लड़ाई जारी रहेगी.