Healthy Tips: जब भी हम घर में कुछ बनाते हैं तो अक्सर ही वो थोड़ा-बहुत बच ही जाता है. खाना बिल्कुल नापकर तो कभी बनाया ही नहीं जा सकता है. इसी तरह दाल (Lentil) बनाते हुए भी यही होता है. कम बनाई जाए तो सबके लिए दाल पूरी नहीं पड़ती और ज्यादा बनाई जाए तो बच जाती है. अब होता यह है कि शाम की बनी दाल को कोई सुबह नाश्ते या लंच में नहीं खाता और वो सीधा अगली रात के लिए रखी रह जाती है. ऐसे में बासी दाल खाने पर सेहत प्रभावित हो सकती है. यहां जानिए कितने दिन पहले बनी दाल खाई जा सकती है और अगर दाल ज्यादा बासी हो गई है तो इसका सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है.
बासी दाल खाने के साइड इफेक्ट्स | Side Effects Of Eating Leftover Dal
दाल प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की अच्छी स्त्रोत होती है. दाल में जिंक, विटामिन बी12 और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की अच्छी मात्रा होती है. लेकिन, दाल जब बासी हो जाती है तो इसके पोषक तत्वों में कमी आने लगती है. दाल को पकाकार कई-कई दिनों तक फ्रिज में रखने का यह मतलब नहीं है कि दाल ताजी रहती है. इस बासी दाल (Baasi Dal) को खाने पर पेट फूलने, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
बासी दाल खाकर पेट में दर्द ना हो इसके लिए दाल को पकाकर ठंडा करें और इसे बनाने के 2 घंटों के अंदर ही फ्रिज में रख दें. पकी हुई दाल को बहुत लंबे समय तक बाहर रखने से परहेज करना चाहिए नहीं तो इससे बैक्टीरिया पनप सकते हैं . इस फ्रिज में रखी दाल को ठंडा खाने से पहले गर्म कर लें और फिर खाएं. दाल गर्म करने पर इसमें पनपने वाले बुरे बैक्टीरिया मर जाते हैं.
- 24 घंटों से ज्यादा देर तक फ्रिज में रखी चीजों को खाने पर खासकर दाल या सब्जी खाने पर तबीयत बिगड़ सकती है.
- दाल को पकाते समय भी कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए. दाल को पकाने से पहले अगर इसे भिगोकर रखा जाए तो इससे दाल जल्दी पकती है और इसे पचाना भी आसान हो जाता है.
- इस बात का खास ध्यान रखें कि आप अपनी दाल को पूरी तरह पकाएं. दाल अच्छे से ना पकाने पर इसमें मौजूद फाइबर ठीक तरह से नहीं मिल पाता है. ऐसे में अधपकी दाल खाने पर पाचन बिगड़ सकता है और दस्त की समस्या हो सकती है.
- दाल को पकाते समय दाल में पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर डालें. पानी कम डालकर पकाया जाए तो दाल सही तरह से नहीं पकती और इसका टेक्सचर भी कड़ा रह जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.