Parenting Tips: नई माओं के सामने कई तरह की चुनौतियां होती हैं. बच्चों से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात उन्हें सीखनी पड़ती है. किस तरह बच्चे को सुलाया जाए, लेटाया जाए, नहलाया जाए और यहां तक कि किस तरह दूध पिलाया जाए यह भी मां को सीखना पड़ता है. एक आम सी दिक्कत जो माओं के सामने आती है वो यह है कि जब बच्चे को दूध पिलाया जाता है तो उसका ध्यान यहां-वहां आसानी से भटकने लगता है. थोड़ा सी भी कहीं हलचल होती है या कोई उठता-बैठता है तो बच्चा उसी दिशा में देखने लगता है और उसका ध्यान दूध पीने (Breastfeeding) पर नहीं रहता है. ऐसे में बच्चे का ध्यान दूध पीते हुए ज्यादा ना भटके इसके लिए माएं क्या कर सकती हैं यह बता रहे हैं न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर सोरोजित गुप्ता. चलिए डॉक्टर से ही जानते हैं इन टिप्स के बारे में.
फीडिंग के समय बच्चे का ध्यान भटकना कैसे रोकें
- डॉ. सुरोजित कहते हैं कि बच्चे को उस समय दूध पिलाएं जब वह सोकर बसा उठा ही हो. स्लीपी स्टेट में फीड करना बच्चे के लिए आसान होता है और बच्चा इससे ज्यादा डिस्ट्रैक्ट भी नहीं होता है.
- बच्चे को दूध पिलाने के लिए ऐसा कमरा चुनें जहां लाइट डिम यानी मद्धम हो. आप वाइट नॉइज लगाकर सूदिंग सा एन्वायरमेंट क्रिएट कर सकते हैं जिससे बच्चा आराम से दूध पी सके.
- डॉक्टर का कहना है कि बिजी एरिया से दूर ब्रेस्टफीड कराएं जिससे बेबी का फोकस डायरेक्टली बस दूध पीने पर हो.
- बच्चे को जिस पॉजीशन (Breastfeeding Position) में दूध पिलाया जा रहा है वो भी मायने रखती है. बच्चे की उम्र के हिसाब से ब्रेस्टफीडिंग के पॉजीशन को चेंज करते रहें. अप राइट होकर या कंफर्टेबल पॉजीशन को एज के हिसाब से चुनें. आप पीठ पीछे करके बैठ सकती हैं, हल्का लेट सकती हैं या साइड में होकर बच्चे को दूध पिला सकती हैं.
- जब बेबी के मसल्स स्ट्रोंग हो जाएं तो उसे कैरियर में लेकर भी फीड करवाया जा सकता है. यह आपके लिए बहुत कन्वीनिएंट होगा.
- डॉक्टर का कहना है कि ये थोड़े बहुत बदलाव ब्रेस्टफीडिंग के एक्सपीरिएंस को बेहतर बना सकते हैं.
बच्चे को दूध पिलाने को लेकर डॉक्टर कहते हैं कि 4 से 6 महीने के बच्चे के लिए दूध पीने के दौरान ध्यान यहां से वहां भटकना (Distraction) बिल्कुल नॉर्मल है. ऐसे में थोड़ी सी भी आवाज, लाइट का टिमटिमाना या फिर किसी के हावभाव का बदलना बच्चे का ध्यान फीडिंग से हटा सकता है. ऐसे में डिस्ट्रैक्शंस को कम करना, बच्चे से आई कोंटेक्ट मेंटेन करना और दूध पिलाते समय बच्चे का ध्यान दूध पिलाने पर ही रखने के लिए उससे प्यार से सॉफ्टली बात करें.