Triphala Powder Benefits: पेट साफ न होना आज के समय में अधिकतर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. मल त्याग न होने पर पेट में दर्द रहना, भारीपन महसूस होना, अकड़न और कमजोरी, थकान जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. अगर आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. पेट की सफाई और अच्छी पाचन शक्ति के लिए आयुर्वेद में कई उपाय बताए गए हैं. इनमें सबसे असरदार माना जाता है त्रिफला पाउडर का सेवन. ऐसे में आइए एक्सपर्ट से जानते हैं पेट साफ करने के लिए किस तरह त्रिफला पाउडर का सेवन करना चाहिए.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर हाल ही में फेमस योग गुरु और लेखिका डॉक्टर हंसा योगेन्द्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडिया में डॉक्टर हंसाजी बताती हैं, त्रिफला एक ऐसा हर्बल पाउडर है, जो न सिर्फ पेट को साफ रखता है बल्कि शरीर को अंदर से डिटॉक्स भी करता है. ये तीन फलों से मिलकर बनता है- आंवला (Amla), हरड़ (Haritaki) और बहेड़ा (Bibhitaki). ये तीनों फल मिलकर त्रिफला को एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि बनाते हैं.
त्रिफला पाउडर के फायदे पेट साफ और पाचन में सुधारयोग गुरु बताती हैं, त्रिफला पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और जठराग्नि (Stomach fire) को सक्रिय करता है. यह खाने को अच्छे से पचाने में मदद करता है और कॉन्स्टिपेशन यानी कब्ज से राहत दिलाता है.
यह शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है और लिवर को साफ रखता है. जब शरीर डिटॉक्स होता है, तो एनर्जी लेवल बढ़ता है और त्वचा पर भी ग्लो आता है.
वजन घटाने में सहायकहंसा योगेन्द्र के अनुसार, त्रिफला मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे फैट बर्निंग प्रक्रिया बेहतर होती है. अगर इसे सही खान-पान और नियमित योग के साथ लिया जाए, तो वजन नियंत्रित रखना आसान हो जाता है.
इन सब से अलग त्रिफला में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाते हैं. त्रिफला पानी या पेस्ट को त्वचा पर लगाने से एक्ने और अन्य स्किन प्रॉब्लम्स में भी राहत मिल सकती है.
त्रिफला पाउडर कब और कैसे खाएं?- डॉक्टर हंसाजी कहती हैं, अगर आपको पेट साफ करने की समस्या है, तो रात को सोने से आधा घंटा पहले एक चम्मच त्रिफला पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें. यह पाचन तंत्र को सक्रिय रखता है और सुबह पेट प्राकृतिक रूप से साफ हो जाता है.
- वजन घटाने के लिए इसे दिन में दो बार, सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले लिया जा सकता है.
- हालांकि, हंसा योगेन्द्र सलाह देती हैं कि इसे लगातार तीन महीने से ज्यादा न लें. वहीं, अगर समस्या ज्यादा हो, तो एक बार हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.