Parenting Tips: कई बार खाना खाते समय बच्चे के गले में फूड अटक जाता है. ऐसे में माता-पिता घबरा जाते हैं और समझ नहीं पाते कि इस कंडीशन में सबसे पहले क्या करना चाहिए. छोटे बच्चे अपनी तकलीफ बता भी नहीं सकते हैं ऐसे में परेशानी और बढ़ जाती है. अब, अगर घर में भी कोई छोटा बच्चा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. पीडियाट्रिशियन मोहिनी यादव ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है, इस वीडियो में डॉक्टर ने कुछ खास टिप्स शेयर की हैं, जिन्हें फॉलो कर बच्चे को तुरंत तकलीफ से बाहर लाया जा सकता है. तो आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि अगर बच्चे के गले में कुछ अटक जाए, तो सबसे पहले क्या करें.
क्या कहती हैं डॉक्टर?
पीडियाट्रिशियन बताती हैं, सबसे पहले पैनिक न करें. अगर बच्चा खाना खाते समय अचानक खांसने लगे, तो घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसी स्थिति में बच्चे को खांसने देना चाहिए. खांसी शरीर का नेचुरल रिफ्लेक्स है और कई बार इसी से गले में अटकी चीज खुद ही बाहर निकल जाती है. इस दौरान बच्चे के मुंह में उंगली डालने या जबरदस्ती कुछ निकालने की कोशिश बिल्कुल न करें, क्योंकि इससे चीज और अंदर जा सकती है.
खतरे के संकेत पहचानेंअगर बच्चा अचानक खांसना, रोना या हिलना-डुलना बंद कर दे, सांस लेने में दिक्कत होने लगे या उसका शरीर नीला या बहुत लाल पड़ने लगे, तो यह इमरजेंसी की स्थिति है. ऐसे में तुरंत एक्शन लेना जरूरी होता है.
इस स्थिति में बच्चे को अपने हाथ या जांघ पर उल्टा लिटाएं. ध्यान रखें कि बच्चे का सिर नीचे की ओर झुका हुआ हो. अब, दोनों कंधों के बीच हल्के से 5 बार थपथपाएं. यह थपथपाना जोर से नहीं, लेकिन इतना होना चाहिए कि अटकी हुई चीज बाहर निकल सके. कई बार इसी स्टेप में समस्या हल हो जाती है.
छाती को हल्का दबाएंअगर थपथपाने के बाद भी चीज बाहर न निकले, तो बच्चे को सीधा लिटा दें. अब, छाती के बीच वाले हिस्से पर दो उंगली की मदद से 5 बार हल्के-हल्के दबाएं. यह दबाव बहुत तेज नहीं होना चाहिए. इससे गले में फंसी चीज बाहर आने में मदद मिलती है.
अक्सर एक बार ऐसा करने से अटकी हुई चीज बाहर निकल आती है. अगर फिर भी न निकले, तो आप यह प्रक्रिया दोबारा कर सकते हैं. साथ ही, जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर या नजदीकी अस्पताल की मदद लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.