Parenting Tips : कोई भी पैरेंट परफेक्ट नहीं होता और ना ही किसी की परवरिश पूरी तरह परफेक्ट हो सकती है. लेकिन, जब माता-पिता को अपने बच्चे की परवरिश को लेकर ताने दिए जाने लगें या यह कहा जाए कि वे अच्छे पैरेंट्स (Parents) नहीं हैं, अच्छे माता-पिता ऐसा नहीं करते वैसा नहीं करते और उन्होंने अपने बच्चे (Child) को बिगाड़ कर रख दिया है तो इसे पैरेंटिंग शेमिंग (Parenting Shaming) कहते हैं. परवरिश से जुड़ी यह शर्मिंदगी खुद माता-पिता भी महसूस कर सकते हैं जिससे उनमें तनाव भी देखने को मिलता है, वहीं बच्चों पर भी इसका अच्छा असर नहीं होता. शर्मिंदगी होने पर भी एंजाइटी और स्ट्रेस (Stress) जैसे प्रभाव ही शरीर पर पड़ते हैं. आइए जानें किस तरह इस शेमिंग से बचा जाए.
पैरेंटिंग शेमिंग और तानों से बचना | Getting Rid of Parenting Shame and Taunts
लोग कई कारणों से पैरेंट शेमिंग करते हैं क्योंकि यह आसान है, लोगों को तानाकशी (Taunts) और बातें बनाने का मौका मिल जाता है, वे खुद को सही साबित कर पाते हैं और दूसरों में कमियां निकालना उन्हें अच्छा लगता है. माता-पिता कुछ बातों को ध्यान में रखकर इस पैरेंटिंग शेम (Parenting Shame) से बच सकते हैं.
पहला तरीका तो यही है कि आप खुद भी किसी दूसरे पैरेंट की परवरिश पर सवाल ना उठाएं. जब आप सवाल उठाते हैं तो आप पर भी सवाल उठते हैं जिससे एक के बाद एक ताने देने और शेमिंग का सिलसिला चल पड़ता है.
अगर आप जिस तरह पले-बढ़े हैं उस तरह अपने बच्चों को पालना चाहते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है. दबाव में आकर अपनी सही परवरिश को लेकर उलझन में ना पड़ें.
सोशल मीडिया पर माता-पिता लाइक और कमेंट्स के लिए बच्चों को भी इंटरनेट में झोंक देते हैं जिससे ट्रोलर्स पैरेंट शेमिंग करते हैं. कुछ भी सिर्फ सोशल मीडिया (Social Media) पर दिखाने के लिए ना करें और उन ट्रोलर्स पर ध्यान ना दें जो आपको सिर्फ बुरा महसूस कराने की भावना रखते हैं.
बच्चों को इस शेमिंग से दूर रखें. परेंटिंग शेम का बच्चों पर कही ज्यादा प्रभाव पड़ता है. माता-पिता को जिन तानों का शिकार होना पड़ता है उन्हें वे बच्चों पर ना थोपें. खुद भी अपनी परवरिश पर भरोसा रखें और बच्चों को भी यह भरोसा दिलाएं कि वे अच्छे बच्चे हैं.