What is Banksying: हर रिश्ते में अच्छा-बुरा समय आता है. कभी आप एक-साथ प्यार भरे लमहे बिताते हैं, तो कई बार लड़ाइयां भी होती हैं. लेकिन क्या आपके साथ ऐसा हो रहा कि न तो आपकी लड़ाई होती है, न बहस, फिर भी आपको लगने लगा है कि आपके रिश्ते में कुछ बदल गया है? आप अपने पार्टनर से बात तो करते हैं, लेकिन पहले जैसे नहीं. अगर हां, तो हो सकता है आप Banksying का शिकार हो रहे हों.
क्या है Banksying?
बता दें कि Banksying एक नया डेटिंग ट्रेंड है. इसका नाम मशहूर आर्टिस्ट Banksy से लिया गया है. बैंक्सी अपनी पेंटिंग बनाकर बिना कुछ बताए गायब हो जाते हैं. ठीक इसी तरह जब एक रिश्ते में लोग बिना बताए धीरे-धीरे अपने पार्टनर से इमोशनली दूरी बनाने लगते हैं, तो इसे बैंक्सींग कहा जाता है.
- अगर आपका पार्टनर पहले की तरह आपसे बातें नहीं कर रहा है
- अगर वो सामने से कभी आपसे मिलने या बात करने का समय नहीं निकालता है
- हर बात पर आपको ही गलत ठहराता है
- सवाल करने पर 'तुम ज्यादा सोच रही हो' या 'सब ठीक है' जैसे जवाब दे रहा है या
- आपको रिश्ते में पहले जैसी खुशी, गहराई और प्यार अब महसूस नहीं होता है, तो ये सभी बैंक्सींग के साइन हो सकते हैं.
बैंक्सींग के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. हालांकि, इन तमाम कारणों में डर सबसे आम है. आसान भाषा में कहें, तो कुछ लोग साफ-साफ बात करने से डरते हैं. उन्हें लगता है कि ब्रेकअप की बात करेंगे तो लड़ाई होगी. इसलिए वे चुपचाप दूर होने लगते हैं ताकि टकराव से बच सकें. हालांकि, इससे दूसरे इंसान की मेंटल हेल्थ पर गहरा असर पड़ सकता है. बैंक्सींग का शिकार होने पर सामने वाले शख्स को समझ नहीं आ पाता है कि गलती कहां हुई. कई मामलों में शख्स खुद पर शक करने लगता है. इससे उनका आत्मविश्वास कम हो जाता है और व्यक्ति फिर कभी किसी रिश्ते में जाने से डर लगने लगता है.
अब, अगर आपको भी बैंक्सींग जैसा महसूस हो रहा है, तो इस कंडीशन में अपने पार्टनर से खुलकर बात करें. अगर वो बात करने से बचता है, तो खुद की खुशी को सबसे ऊपर रखें. इस तरह आप खुद को बार-बार आहत होने से बचा सकते हैं.