Skin Care: अच्छी स्किन के लिए अच्छा स्किनकेयर रूटीन होना बेहद जरूरी है. इसके लिए लोग तमाम तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं. खासकर सैलिसिलिक एसिड, नियासिनेमाइड, रेटिनॉल, हयालूरोनिक एसिड जैसे इंग्रीडिएंट्स इन दिनों काफी ट्रेंड में हैं. हालांकि, ज्यादातर लोग इनके इस्तेमाल को लेकर कंफ्यूज रहते हैं. यानी अक्सर लोगों को समझ नहीं आता है कि किस स्किन प्रॉब्लम के लिए कौन-सा इंग्रीडिएंट सही रहेगा. अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए स्किन एक्सपर्ट से जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर डर्मेटोलॉजिस्ट सुगन्या नायडू ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में स्किन की डॉक्टर ने बहुत आसान तरीके से समझाया है कि कब किसका इस्तेमाल करना चाहिए.
एक्ने या पिंपल्स के लिएअगर आपके चेहरे पर बार-बार पिंपल्स निकलते हैं, तो सैलिसिलिक एसिड का इस्तेमाल फायदेमंद होता है. यह त्वचा के अंदर जाकर पोर्स को साफ करता है और ऑयल कंट्रोल करने में भी मदद करता है. इससे पिंपल्स की परेशानी कम हो जाती है.
चेहरे पर बड़े-बड़े पोर्स दिखना आम समस्या है. इसके लिए नियासिनेमाइड बेस्ट इंग्रीडिएंट है. डर्मेटोलॉजिस्ट बताती हैं, नियासिनेमाइड स्किन को टाइट करने और पोर्स को छोटा दिखाने में मदद करता है.
पिगमेंटेशन या झाइयों के लिएअगर स्किन पर दाग-धब्बे, झाइयां या पिगमेंटेशन है, तो ग्लाइकोलिक एसिड बहुत असरदार है. यह एक तरह का एक्सफोलिएटर है, जो डेड स्किन हटाकर नई, ग्लोइंग स्किन लाता है.
स्किन पर झुर्रियों और फाइन लाइंस जैसे एजिंग के लक्षणों को कम करने के लिए रेटिनॉल सबसे पॉपुलर इंग्रीडिएंट है. यह कोलेजन को बढ़ावा देता है और स्किन को यंग बनाए रखता है.
ड्राई स्किन के लिएअगर आपकी स्किन अक्सर रूखी और खिंची-खिंची लगती है, तो हयालूरोनिक एसिड जरूरी है. यह पानी को स्किन में लॉक करके लंबे समय तक नमी बनाए रखता है.
चेहरे पर अगर ग्लो कम हो गया है और स्किन फीकी लग रही है, तो विटामिन C सीरम का इस्तेमाल करें. यह एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और स्किन को ब्राइट और हेल्दी बनाता है.
इन सब से अलग धूप से बचना हर स्किन टाइप के लिए सबसे जरूरी है. अगर आप टैनिंग और सन डैमेज से बचना चाहते हैं, तो हमेशा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें.
यानी हर स्किन समस्या के लिए अलग इंग्रीडिएंट मौजूद है. लेकिन कोई भी नया प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें.