Weight Loss: वजन घटाना सचमुच एक बड़ी समस्या बना हुआ है. वजन के लगातार बढ़ने के पीछे कोई बहुत बड़े कारण नहीं होते बल्कि ये हमारी छोटी-छोटी आदते हैं जिनके चलते हमारे पेट की चर्बी बढ़ती रहती है. ये आदतें ( Weight gain habits) पानी पीने से लेकर सोने तक के गलत तरीकों से जुड़ी हैं. हम अपना फेवरेट खाना ना खाकर या घंटों एक्सरसाइज करके भी इन छोटी-छोटी आदतों के कारण अपना बेली फैट ( Belly Fat) बढ़ा लेते हैं. आइए जानते हैं कि ये कौनसी गलत आदते हैं जिनसे पेट की चर्बी बढ़ती है.
इन आदतों से बढ़ सकती है पेट की चर्बी | These habits can increase belly fat
प्रोटीन को खाने में शामिल ना करनाडाइट में प्रोटीन का होना बेहद आवश्यक है. हाई प्रोटीन डाइट वेट लॉस को बढ़ावा देती है. प्रोटीन ( Protein Diet) से भरपूर खाना खाने पर ये पचने में ज्यादा समय लेता है जिससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ लगता है और आपको अतिरिक्त खाने की जरूरत नहीं होती.
कई स्टडीज का दावा है कि पर्याप्त नींद ना लेने से भी पेट की चर्बी बढ़ती है. पूरी नींद ना लेने पर शरीर में एनर्जी की कमी रहती है जिसे पूरा करने के लिए फूड इंटेक बढ़ता है. साथ ही, शरीर के हंगर हार्मोन्स में बदलाव होते हैं.
अपने मूड के अनुसार खाने को मूड ईटिंग ( Mood Eating) कहते हैं. जब व्यक्ति दुखी होता है तो वह अक्सर ओवरईट करने लगता है जिससे उसका वजन आमतौर पर बढ़ जाता है.
अगर आप भी कालेज या ऑफिस जाकर बैठे रहने वाले लोगों में से हैं तो आप अपने शरीर के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के बिना बैठे रहने से शरीर का फैट बर्न नहीं होता.
खाने को स्किप करने या लंबे समय तक कुछ ना खाने से आपका वजन घटता नहीं उल्टा बढ़ने लगता है. खाना ना खाने से आपका मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है जिससे शरीर में कैलोरीज बर्न नहीं होती और पेट की चर्बी बढ़ने लगती है.
जरूरी नहीं कि हर दिन एक्सरसाइज करने से आपका वजन घटेगा ही. किसी भी चीज की अति बुरी होती है और यह इसपर भी लागु होता है. रोज एक्सरसाइज करने की बजाय आपको हफ्ते में 5 दिन एक्सरसाइज करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.
अंडे का पीला भाग ना खानाअंडे के पीले भाग (Egg Yolk) में प्योर कोलेस्ट्रॉल होता है. इसमें विटामिन और कोलिन होता है जिसे ना खाने से आपका वजन बढ़ भी सकता है. इसलिए अंडे को पूरा खाना ही सबसे ज्यादा फायदेमंद है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.