Uric acid control food : एक अच्छी डाइट आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) को मजबूत करते हैं जिससे आपके बीमारियां आपसे दूर रहती हैं, वैसे ही जब आप बीमार पड़ते हैं तो एक हेल्दी डाइट ही आपको ठीक करने में मददगार होती है. ऐसे में आपका यूरिक एसिड सामान्य से अधिक है, तो फल, साबुत अनाज और कुछ पेय पदार्थ खाने से इसे कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. आज इस आर्टिकल में यहां 5 सूपर फूड के बारे में बताने जा रहे हैं जो नैचुरली आपके यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं.
यूरिक एसिड कंट्रोल करने वाले फूड
1-कलौंजी को आप अपने डाइट में शामिल करके इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं. इसके इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और गाउट की परेशानी को नियंत्रित करने का काम बखूबी करते हैं. इसका सेवन आप सलाद, अचार, सब्जी, सॉस, करी के साथ कर सकते हैं.
2- गिलोए की ताजी पत्तियां लीजिए और रात भर भिगोकर रख दीजिए. अब सुबह पानी से निकालकर मिक्सी में पीस लीजिए. अब इस पेस्ट को एक गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक की वो आधा ना हो जाए. इसके बाद आप इसे छान लीजिए और सिप सिप करके पी लीजिए. आप रोजाना इसका सेवन करते हैं तो बहुत जल्दी बढ़े यूरिक स्तर को नियंत्रित करने में सफल हो जाएंगे.
3- अगर आप यूरिक को कंट्रोल करना चाहती हैं तो खट्टे फलों का सेवन जरूर करें. वहीं, स्ट्रेस लेना कम कर दीजिए. इसके अलावा 8 घंटे जरूर सोएं. नींद पूरी करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है. हालांकि इस जड़ी को सेवन आप डॉक्टर की सलाह के बगैर ना करें.
4- अगर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो खीरे का जूस पीना शुरू कर दीजिए. इससे आपके शरीर में प्यूरिन की मात्रा कम होगी. साथ ही लिवर और किडनी भी डिटॉक्स होगी. खीरा किडनी की फिल्टर क्षमता को बढ़ाने का काम करता है. इसके सेवन से शरीर में जमे विषाक्त पदार्थ मल मूत्र के सहारे बाहर निकल आते हैं.
5- गाजर का जूस (carrot juice) भी यूरिक कंट्रोल करने में सहायक साबित हो सकता है. आपको ताजे गाजर के जूस में नींबू का रस मिलाकर पीना है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, बीटा कैरोटीन, मिनरल्स और विटामिन ए खराब यूरिक को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. इससे प्रतिरोधक क्षमता (immune booster food) भी बूस्ट होती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.